एक फ्लाइट बुकिंग कॉल से एनआईए को मिला लश्कर के टॉप फंडिंग हेड का सुराग
नई दिल्ली। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने फ्लाइट बुकिंग कॉल की मदद से आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के टॉप फंडिंग हेड का सुराग मिला है। यह एक इनटरेक्टिव व्यॉइस रेस्पॉन्स सिस्टम था और वाकया दुबई में एमीरात एयरलाइंस का है। इस व्यॉइस रेस्पॉन्स सिस्टम से एनआईए को लश्कर के पाकिस्तानी आतंकी के खिलाफ अहम सुबूत मिला। इस आतंकी का नाम मोहम्मद कामरान है और यह दुबई बेस्ड है। आतंकी कामरान भारत में लश्कर की फंडिंग एक्टिविटीज को संभालता है। अंग्रेजी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स की ओर से यह जानकारी दी गई है।
NIA की चार्जशीट में कामरान का नाम
यह पहला मौका है जब किसी एयरलाइन के ऑटोमेटेड सिस्टम की मदद से एनआईए ने किसी आतंकी को दबोचा है। दो हफ्ते पहले एनआईए ने एक चार्जशीट दाखिल की थी जिसमें कामरान के अलावा दिल्ली के मोहम्मद सलमान और राजस्थान के मोहम्मद सलीम का नाम था। इन पर एनआईए ने लश्कर के लिए साजो-सामान इकट्ठा करने और इसकी वित्तीय संस्था फलाह-ए-इंसानियत फाउंडेशन (एफआईएफ ) के लिए स्लीपर सेल्स तैयार करने के आरोप में इन तीनों का नाम चार्जशीट में रखा था। इन स्लीपर सेल को दिल्ली और हरियाणा में धार्मिक कार्यों की आड़ में तैयार करना था। सलमान को दुबई से फंड और निर्देश दिए जाते थे। सलमान और सलीम को सितंबर 2018 में गिरफ्तार किया गया था।
फिलहाल फरार है कामरान
कामरान का सच सामने लाने के लिए एनआईए को व्यॉइस सैंपल चाहिए थे जो उसकी आवाज से मिल सकें। कामरान इस समय फरार है। वह लश्कर के आका हाफिज सईद और एफआईएफ के डिप्टी चीफ शाहिद मसूद के साथ मिलकर भारत में आतंकी साजिशों के लिए फंड भेज रहा था। एनआईए को मिले इंटेलीजस इनपुट में यह बात पता लगी थी कि कामरान ने हाल ही में बुकिंग के लिए दुबई में एमीरात एयरलाइंस को इन्क्वॉयरी के लिए कॉल की था जो कि बुकिंग के बारे में थी। एनआईए एयरलाइन के लोकल ऑफिस में पहुंची और उसने कॉल की रिकॉर्डिंग एयरलाइन को सौंपी।