2024 में पहली बार महिला एस्ट्रोनॉट को चांद पर भेजेगा NASA, लैंडिंग सिस्टम पर काम शुरू
नई दिल्ली: अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने 2024 तक एक महिला और एक पुरुष के दल को चांद पर भेजने की योजना बनाई है। इसके लिए तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। साथ ही इस प्रोजेक्ट के लिए तीन बड़ी कंपनियों को चुन लिया गया है। अनुमान के मुताबिक नासा तीनों कंपनियों को इस प्रोजेक्ट के लिए 1.79 बिलियन डॉलर का भुगतान करेगी। इससे पहले चंद्रमा पर खोज के लिए भारत की ओर से इसरो ने चंद्रयान-2 मिशन लांच किया था, जोकि फेल हो गया था।
नासा के मुताबिक लैंडर के डिजाइन और निर्माण के लिए तीन कंपनियों का चयन कर लिया गया है। जिसमें अंतरिक्ष कंपनी स्पेस एक्स, ब्लू ओरिजिन और डायनेटिक्स शामिल हैं। इसमें दो कंपनियां जाने माने अरबपति एलन मस्क और जेफ बेजोस की हैं। नासा के प्लान के मुताबिक प्रोजेक्ट की अहम जिम्मेदारी इन कंपनियों को दी गई है। यही कंपनियां लैंडिंग सिस्टम को डिजाइन करेंगी। जिसके लिए इन्हें 10 महीने के अंदर 1.79 बिलियन डॉलर का भुगतान किया जाएगा। इसमें सबसे ज्यादा भुगतान ब्लू ओरिजिन कंपनी को होगा।
SpaceX has been selected to develop a lunar optimized Starship to transport crew between lunar orbit and the surface of the Moon as part of @NASA’s Artemis program! https://t.co/FRmwWisKfH pic.twitter.com/z1bkUrQMK8
— SpaceX (@SpaceX) April 30, 2020
इससे पहले अमेरिका ने दिंसबर 1972 में अपोलो मिशन लांच किया था। इस मिशन के तहत पहली बार अमेरिका ने चांद पर इंसान को भेजा था, तब नील आर्मस्ट्रॉन्ग ने चांद पर पहली बार कदम रखा था। वहीं अब नासा एक महिला अंतरिक्ष यात्री को चांद पर भेजने की योजना बना रहा है। अगर सब कुछ सही रहा तो 2024 में एक पुरुष और एक महिला को चांद की सतह पर उतारा जाएगा।