अमित शाह की फ्लॉप सूरत रैली पर पीएम मोदी ने आनंदीबेन को दिल्ली बुलाया
नई दिल्ली। सूरत में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की फ्लॉप रैली में हुए बवाल पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात की पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल को दिल्ली बुलाया है। सूरत में भाजपा के कार्यक्रम में अमित शाह, सीएम विजय रूपानी और आनंदीबेन पटेल के सामने ही पाटीदारों ने जबरदस्त बवाल किया था।
आनंदीबेन पीएम मोदी से मिलने गईं दिल्ली
भाजपा के सूत्रों का कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने के लिए गुजरात की सीएम रह चुकीं आनंदीबेन पटेल प्राइवेट प्लेन से दिल्ली के लिए निकलीं। कहा जा रहा है कि पीएम मोदी से उनकी मुलाकात में गुजरात में भाजपा की स्थिति पर चर्चा होगी। पाटीदारों को शांत करने के लिए आनंदीबेन को जिम्मेदारी भी दी जा सकती है।
सूरत की फ्लॉप रैली
गुरुवार को सूरत में पाटीदार समुदाय का समर्थन दिखाने के लिए भाजपा ने एक रैली का आयोजन किया था जिसे राजस्व समारोह का नाम दिया गया था। इस समारोह में भाजपा के पाटीदार नेताओं और विधायकों का सम्मान होना था। लेकिन यह समारोह तब रोक देना पड़ा जब पाटीदारों ने आकर जमकर हंगामा किया।
आनंदीबेन और पाटीदार नेताओं के सामने बरपा हंगामा
पाटीदारों ने जब बवाल किया तब भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, गुजरात के सीएम विजय रूपानी, पूर्व सीएम आनंदीबेन पटेल और भाजपा के पाटीदार विधायक मंच पर मौजूद थे।
इस रैली का आयोजन भाजपा ने हार्दिक पटेल की पाटीदार अनमत आंदोलन समिति को यह दिखाने के लिए किया था कि पाटीदार अब फिर से भाजपा में लौट आए हैं। कहा जा रहा है कि इस रैली का प्लान अमित शाह ने बनाया था।
इस रैली को सफल बनाने में भाजपा ने पूरी ताकत झोंकी थी। लेकिन रैली में पाटीदारों ने हार्दिक, हार्दिक का नारा लगाते हुए ऐसा हंगामा किया भाजपा के बड़े नेताओं को बीच में ही भाषण रोक कर कार्यक्रम से जाना पड़ा। भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस को लाठी चार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े थे।
गुजरात
भाजपा
ने
की
पीएम
मोदी
से
शिकायत!
सूत्रों का कहना है समारोह में हुए बवाल के बाद गुजरात भाजपा आलाकमान ने पीएम नरेंद्र मोदी से शिकायत की है। बताया जा रहा है कि हंगामा कर रहे लोग भले हार्दिक, हार्दिक चिल्ला रहे थे लेकिन उनके संबंध भाजपा के एक पाटीदार विधायक से हैं। हंगामे के समय पाटीदार विधायकों समेत आनंदीबेन पटेल मंच पर मौजूद थीं।
आनंदीबेन पटेल और अमित शाह की राजनीतिक रंजिश
आनंदीबेन पटेल और अमित शाह के बीच राजनीतिक रंजिश बहुत पहले से है। जब नरेंद्र मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो शाह और आनंदीबेन उनके सबसे विश्वस्त और करीबी माने जाते थे लेकिन दोनों में तलवारें खिंची रहती थी। जब मोदी पीएम बने तो उन्होंने आनंदीबेन को गुजरात के मुख्यमंत्री की कुर्सी दी और अमित शाह को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद पर बिठाया।
बवाल
की
वजह
कहीं
यह
रंजिश
तो
नहीं?
लेकिन कहा जा रहा है कि इससे शाह और आनंदीबेन की राजनीतिक रंजिश कम नहीं हुई। पाटीदारों के आंदोलन को दबाने में विफल रहने पर आनंदीबेन को सीएम पद से इस्तीफा देना पड़ा और उसके बाद अमित शाह के करीबी विजय रूपानी को सीएम बनाया गया। इसके बाद गुजरात सरकार और प्रशासन में आनंदीबेन के करीबी लोगों को किनारे लगाया जाने लगा। पार्टी सूत्रों का कहना है कि इससे आनंदीबेन पटेल खफा हैं।