तो दिल्ली में डीडीए से ‘जंग’ हारे एलजी नजीब
नई दिल्ली (विवेक शुक्ला)। उम्मीद थी कि दिल्ली के उप राज्यपाल नजीब जंग दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) के कामकाज में सुधार कर पाने में सफल होंगे। पर अफसोस यह हो ना सका। वहां पर पहले की तरह से निकम्मापन बरकरार है। हर स्तर पर घुसखोरी का बोलबाला है।
डीडीए में पहले के अंदाज में काम हो रहा है। डीडीए ने अपनी हाउसिंग योजना 2014 के आज होने वाले ड्रॉ को आखिरी समय पर स्थगित कर दिया। कहने को इसकी वजह डीडीए की तरफ से तकनीकी बताई जा रही है। यह फैसला डीडीए के मुख्यालय 'विकास सदन' में योजना के ड्रॉ के पूर्वाभ्यास के दौरान आने वाली तकनीकी समस्या के चलते हुआ।।
घर का सपना देखने वाले निराश
जानकारों का कहना है कि बार-बार ड्रा को स्थगित करने से उन तमाम लोगों को भारी निराशा हो रही है,जो अपनी छत का सपना देख रहे हैं। डीडीए की इस नई योजना के तहत आर्थिक रुप से कमजोर वर्गों के लिए फ्लैट, एलआईजी, एमआईजी, एचआईजी, जनता फ्लैट और एक कमरे के अपार्टमेंट सहित 25,034 फ्लैट हैं।
डीडीए की ओर से रविवार को जारी बयान में कहा गया, 'डीडीए हाउसिंग योजना (2014) के ड्रॉ का पूर्वाभ्यास रविवार को विकास सदन में न्यायाधीशों और डीडीए के वरिष्ठ अधिकारियों की मौजूदगी में किया गया।'
बयान में कहा गया, 'ड्रॉ के पूर्वाभ्यास के बाद सी-डीएसी अधिकारियों ने पाया कि आवेदकों की बड़ी संख्या, फ्लैटों के कई वर्ग, स्थानों के लिए कई विकल्प और कई आरक्षणों के चलते ड्रॉ के पूर्वाभ्यास में 8-9 घंटे का लंबा समय लगा। इसलिए तिथि आगे बढ़ा दी गई है और इसकी घोषणा जल्द की जाएगी। बहरहाल, एक बात साफ हो गई कि डीडीए को नजीब जंग जैसा तेज-तर्रार पूर्व आईएएस अफसर भी सुधार नहीं सका। बता दें कि डीडीए पर उप राज्यपाल का सीधा नियंत्रण होता है।