मुंबई आग हादसे में 100 लोगों को बचाने वाला 'रक्षक'
मुंबई की इमारत में जब लोग आग से डरकर भाग रहे थे, तब महेश साब्ले वहीं डटे रहे और बचाई लोगों की जान.
मुंबई के लोअर परेल इलाक़े की कमला मिल्स कम्पाउंड में आग लगने से 14 लोगों की मौत हुई है.
आग लगने की वजह का फ़िलहाल पता नहीं चल पाया है. आग में झुलसे लोगों को नज़दीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
हादसे वाली जगह पर राहतकर्मियों के पहुंचने से पहले एक ऐसा शख़्स ऐसा भी रहा, जिसने क़रीब 100 लोगों की जान बचाई.
महेश साब्ले कमला मिल्स कम्पाउंड में सिक्योरिटी गार्ड की नौकरी करते हैं.
बीबीसी मराठी संवाददाता जाह्नवी मूले के मुताबिक, "जब ये आग लगी, तब महेश ने तेजी से लोगों को इमारत से बाहर निकालना शुरू किया, जिससे क़रीब सौ लोगों की जान बची."
बाथरूम में फंसे लोगों की मौत
इस इमारत में तीन होटल भी हैं, जिनमें होटल मोजोस, वन अबव और लंदन टैक्सी शामिल हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, जब आग लगी तो यहां फंसे लोग बाथरूम में जाकर छिप गए और आग बढ़ने पर वहीं उनकी मौत हो गई.
महेश साब्ले हादसे के वक्त इमारत के ऊपरी मंज़िलों की तरफ थे. महेश ने आग लगते ही वहां से भागने की बजाय लोगों को ऊपर से नीचे की तरफ भेजना शुरू किया.
इस काम में महेश का साथ उनके दो साथियों सूरज गिरी और संतोष ने भी दिया. महेश ने अपने इन दोनों साथियों को जल्दी से अलर्ट किया. महेश ऊपर से जिन लोगों को नीचे भेज रहे थे, संतोष और सूरज उन्हें नीचे से सुरक्षित बाहर तक पहुंचा रहे थे.
बीएमसी ने नवंबर में ही रूफटॉप की इजाज़त दी थी. इससे पहले मुंबई में छतों पर निर्माणकार्य की मनाही थी.
कब लगी आग?
ये आग रात साढ़े 12 बजे के क़रीब लगी थी.
बीएमसी आपदा प्रबंधन के मुताबिक, आग में झुलसे लोगों को केएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है, इनमें दो की हालत गंभीर है. ये आग इलाके की कमला मिल्स कम्पाउंड में लगी थी.
बीबीसी मराठी संवाददाता जाह्नवी मूले के मुताबिक, ''जहां ये आग लगी है. वहां कई मीडिया के दफ़्तर, होटल हैं. इस वजह से यहां देर रात तक काफ़ी चहल पहल रहती है. इमारत के टॉप फ्लोर पर एक पब था, वहीं आग लगी. ये आग रात साढ़े 12 बजे लगी है. आग लगने के 10 मिनट बाद यहां चार से छह फ़ायर ब्रिगेड की गाड़ियां दाख़िल हुईं. आग लगने का कारण अभी साफ़ नहीं हो पाया है.''
घटनास्थल पर मौजूद एनएम जोशी पुलिस थाने के अधिकारी अहमद उस्मान पठान ने बीबीसी संवाददाता मानसी दाश को बताया, "केईएम अस्पताल के अलावा 13 लोगों को हिंदुजा अस्पताल में भी भर्ती कराया गया है."
केईएम अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉक्टर निखिल ने बताया कि अस्पताल में कुल 25 लोगों को भर्ती कराया गया है जो आग से झुलस गए हैं.