यूपी के बलिया में मानसून ने दी दस्तक, जानिए कब पहुंचेगा लखनऊ? इन जगहों में भारी बारिश का अलर्ट
नई दिल्ली। भीषण गर्मी की मार सह रहे यूपी वालों के लिए बड़ी खुशखबरी है, भारतीय मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि यूपी में मानसून पहुंच चुका है, सोमवार को बिहार के रास्ते यूपी के बलिया में मानसून प्रवेश कर चुका है, जिसके कारण बलिया, चंदौली, गाजीपुर में कल से बारिश हो रही है और यह एक दो-दिन में राजधानी लखनऊ भी पहुंच जाएगा, हालांकि मानसून की स्पीड में पहले के मुकाबले थोड़ी कमी आई है जिसकी वजह से अनुमान लगाया जा रहा है कि मानसून 3-4 दिनों में पूर्वी यूपी से पश्चिम यूपी पहुंच जाएगा।
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इन जगहों के लिए जारी हुआ बारिश का अलर्ट
सोमवार को लखनऊ में प्री-मानसून बारिश हुई है, जिसकी वजह से लोगों को गर्मी से निजात मिली है, मौसम विभाग के मुताबिक उत्तर प्रदेश के बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, बस्ती, बाराबंकी, लखनऊ, उन्नाव, कानपुर, कन्नौज, रायबरेली, अमेठी, अयोध्या, सुल्तानपुर, हरदोई, इटावा, औरैया, प्रतापगढ़, फतेहपुर, हमीरपुर, प्रयागराज और सीतापुर में भी आंधी और बारिश की आशंका है, जिसके मद्देनजर अलर्ट जारी किया गया है।
देश के 8 राज्यों में आज भारी बारिश का अलर्ट
इससे पहले आईएमडी ने देश के 8 राज्यों में आज के लिए भारी बारिश का अलर्ट जारी किया था, उसने कहा है कि भारतीय मौसम विभाग के अनुसार हरियाणा के हिसार, कोसली, महेंद्रगढ़,चरखी दादरी, झज्झर, नारनौल, रेवाड़ी, रोहतक, गुरुग्राम, सोनीपत, में 20-40 किलोमीटर की रफ्तार से हवा चल सकती है और बारिश हो सकती है तो वहीं उत्तराखंड के रूड़की, बिहार, झारखंड, कर्नाटक, एमपी और छत्तीसगढ़ में भारी बारिश हो सकती है और इस दौरान तेज हवाएं चलने का अनुमान है।
अगले 24 घंटों में यहां बदलेगा मौसम का मिजाज
जबकि स्काईमेट के मुताबिक देश में अगले 24 घंटों के दौरान तटीय आंध्र प्रदेश, दक्षिण तटीय ओडिशा, तेलंगाना, कर्नाटक, कोंकण व गोवा, गुजरात के पूर्वी हिस्सों, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। एक-दो जगह भारी वर्षा का भी अनुमान है। पूर्वोत्तर भारत और पूर्वी बिहार के कुछ हिस्सों में बारिश की संभावना है, जबकि बारिश का ये सिलसिला अगले दो दिनों तक जारी रहने की संभावना है।
जानिए आखिर 'मानसून' कहते किसे हैं?
मानसून मूलतः हिंद महासागर एवं अरब सागर की ओर से भारत के दक्षिण-पश्चिम तट पर आनी वाली हवाओं को कहते हैं जो भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश आदि में भारी वर्षा करातीं हैं। ये ऐसी मौसमी पवन होती हैं, जो दक्षिणी एशिया क्षेत्र में जून से सितंबर तक, प्रायः चार माह सक्रिय रहती है। इस शब्द का प्रथम प्रयोग ब्रिटिश भारत में (वर्तमान भारत, पाकिस्तान एवं बांग्लादेश) एवं पड़ोसी देशों के संदर्भ में किया गया था। ये बंगाल की खाड़ी और अरब सागर से चलने वाली बड़ी मौसमी हवाओं के लिये प्रयोग हुआ था, जो दक्षिण-पश्चिम से चलकर इस क्षेत्र में भारी वर्षाएं लाती थीं। हाइड्रोलोजी में मानसून का व्यापक अर्थ है- कोई भी ऐसी पवन जो किसी क्षेत्र में किसी ऋतु-विशेष में ही अधिकांश वर्षा कराती है।
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