लोकसभा चुनाव 2019: असदु्द्दीन ओवैसी के खिलाफ मोहम्मद अजहरुद्दीन लड़ सकते हैं चुनाव
नई दिल्ली: आगामी लोकसभा चुनाव में टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और नेता मोहम्मद अजहरुद्दीन कांग्रेस के लिए हैदराबाद सीट से बैटिंग कर सकते हैं। तेलंगाना कांग्रेस उन्हें आने वाले लोकसभा चुनाव में ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ हैदराबाद सीट से लड़ाने की योजना बना रही है। तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी की वो इस सीट पर पहली पसंद है।
असदु्द्दीन ओवैसी को टक्कर देंगे अजहरुद्दीन!
कांग्रेस पार्टी के सूत्रों के अनुसार तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने तेलंगाना में सभी 17 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों का चयन कर लिया है। असदुद्दीन ओवैसी के खिलाफ हैदराबाद से वो टीम इंडिया के पूर्व धाकड़ बल्लेबाज मोहम्मद अजहरुद्दीन को मैदान में उतारना चाहती है। 56 साल के अजहरुद्दीन को पिछले साल 7 दिसंबर को हुए तेलंगाना विधानसभा चुनाव से पहले तेलंगाना प्रदेश कांग्रेस कमेटी का कार्यकारी अध्यक्ष बनाया गया था। गौरतलब है कि कांग्रेस के टिकट पर साल 2009 में अजहरुद्दीन ने उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से चुनाव लड़ा था और सांसद बने थे। हालांकि 2014 के लोकसभा चुनाव में वो राजस्थान के टोंक माधोपुर सीट से चुनाव हार गए थे।
अजहरुद्दीन सिकंदराबाद से लड़ना चाहते हैं चुनाव
पहले ये खबरें आई थी कि मोहम्मद अजहरुद्दीन तेलंगाना की सिकंदराबाद से अगला लोकसभा चुनाव लड़ना चाहते हैं। सिकंदराबाद सीट से मौजूदा सांसद भारतीय जनता पार्टी के बंडारू दत्तात्रेय हैं जो केद्र में मंत्री भी हैं। लेकिन अब लग रहा है कि पार्टी उन्हें इस सीट से मैदान में नहीं उतारेगी। हालांकि अभी ये स्पष्ट नहीं है कि क्या अजहरूद्दीन हैदराबाद सीट से लड़ने के इच्छुक हैं या नहीं। हैदराबाद एआईएमआईएम का गढ़ है और पिछले तीन बार से ओवैसी यहां से सांसद हैं। तेलंगाना कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सीनियर नेता ने इस बारे में सवाल पूछने पर उन्होंने कहा कि यदि पार्टी आलाकमान उनसे हैदराबाद से लड़ने को कहेगा है तो वह ऐसा जरूर करेंगे। गौरतलब है कि 2014 के लोकसभा चुनाव में तेलंगाना राष्ट्र समिति(टीआरएस) ने 11 सीटों पर जीत हासिल की थी। वहीं काग्रेंस को दो,बीजेपी,एआईएमआईएम,टीडीपी और वाईएसआर कांग्रेस को एक-एक सीट में जीत मिली।
टीआरएस ओवैसी को देगा समर्थन
तेलंगाना में सत्ता में काबिज टीआरएस ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वो आने वाले लोकसभा चुनाव में राज्य की 17 सीटों में से सिर्फ 16 सीटों पर चुनाव लड़ेंगे और हैदराबाद सीट पर एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी को समर्थन देंगे। पिछले साल दिसंबर में हुए विधानसभा चुनाव में काग्रेस ने प्रजाकुटामी(पीपुल्स फ्रंट) के नाम से गठबंधन बनाया था। इस गठबंधन में टीडीपी,तेलंगाना जन समिति और कम्यूनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया(सीपीआई) शामिल थी। लेकिन विधानसभा चुनाव में उन्हें टीआरएस से मुंह की खानी पड़ी। इस चुनाव में कांग्रेस को मात्र 19 सीट मिली। वहीं उसकी सहयोगी टीडीपी को 2 जबकि सीपीआई और टीजेएस का खाता भी नहीं खुला। टीआरएस ने 119 विधानसभा सीटों में 88 सीटें जीतकर राज्य में दोबारा सत्ता में वापसी की। कांग्रेस ने आने वाले चुनाव में सभी 17 लोकसभा सीटों पर लड़ने का ऐलान किया है। उसने टीडीपी,सीपीआई और टीजेएस से अपील की है कि वो उसे आने वाले चुनाव में समर्थन दे। लेकिन ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि सीपीआई और सीपीएम आपस में हाथ मिलाकर चुनाव में उतर सकते हैं। वहीं टीजेएस नेता का कहना है कि पार्टी में आम धारणा है कि उसे चुनाव में दो से तीन सीटों पर लड़ना चाहिए। अगर पार्टी ऐसा नहीं करती है वो राज्य में नहीं टिक पाएगी। वहीं सूत्रों का कहना है कि टीडीपी आने वाले चुनाव में लड़ने की इच्छुक नहीं है।