मोदी सरकार में राफेल डील UPA की तुलना में ज्यादा मंहगी और स्लो डिलिवर: रिपोर्ट
नई दिल्ली। इंग्लिश डेली 'द हिंदू' ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मोदी सरकार ने राफेल फाइटर जेट के लिए फ्रांस से जो डील की है, वह पिछली यूपीए सरकार की तुलना से बेहतर नहीं है। मोदी सरकार ने इंटर-गवर्नमेंटल अग्रीमेंट (IGA) के अंतर्गत फ्रांस की कंपनी दसोल्ट से 36 राफेल डील का समझौता किया है। कांग्रेस ने यही डील फ्रांस की कंपनी से 126 राफेल एयरक्राफ्ट खरीदने के लिए समझौता किया था, लेकिन यह डील जब तक अस्तित्व में आती, तब तक कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार सत्ता से बाहर हो चुकी थी।
द हिंदू ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि रक्षा मंत्री के तीन अधिकारी, जो सात सदस्यीय इंडियन नेगोशिएशन (NIT) का हिस्सा था और एक्सपर्ट की मानें तो मोदी सरकार में जो डील हुई है, वह यूपीए से हर मामले में बेहतर नहीं थी। इस रिपोर्ट में कहा गया है कि मोदी सरकार में 36 में से जो 18 फ्लाइवे कंडिशन में राफेल एयरक्राफ्ट आ रहे हैं, उनकी डिलीवरी यूपीए की खरीद प्रक्रिया के मुकाबले धीमी है।
इस रिपोर्ट के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर मोदी सरकार पर हमला बोला है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा कि पीएम मोदी ने राफेल एयरक्राफ्ट डील की बेहतर कीमत और फास्ट डिलीवरी को ढहा दिया है।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी द हिंदू की नई रिपोर्ट का हवाला देते हुए कहा कि 'एनडीए की चोरी पकड़ी गई है।' उन्होंने कहा है कि यूपीए की तुलना में मोदी सरकार में प्रति राफेल की कीमत 55 फीसदी से भी ज्यादा है।
इससे पहले मंगलवार को राहुल गांधी ने मोदी को बिजनेसमैन अनिल अंबानी का 'बिचौलिया' बताते हुए सरकारी सीक्रेट एक्ट का उल्लंघन का आरोप लगाया था। कांग्रेस अध्यक्ष ने दावा किया था अंबानी को इस डील के बारे में एडवांस में पता था।