आखिर कहां गुम हो गया पीएम मोदी का वह चुटीला अंदाज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने चुटिल बयानों और वाकपटुता के लिए जाने जाते हैं, लेकिन पिछले कुछ समय से यह गायब है।
नई दिल्ली। देश का प्रधानमंत्री होना आसान काम नहीं है, इसके लिए आपको काफी मेहनती और गंभीर होना आवश्यक है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को देश का अबतक का सबसे कुटिल वक्ता माना जाता है, वह अपने भाषण के दौरान गंभीर से गंभीर बात को जिस तरह से लोगों के सामने रखते थे वह हमेशा से ही लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने वाली होती थी। वाजपेयी को उनकी वाकपटुता के लिए भी जाना जाता था, लेकिन पीएम पद पर काबिज होने के बाद वह उस तरह के मजाक कम करते थे जिसके लिए वह जाने जाते थे।
अटल बिहारी वाजपेयी अपने भाषणों को लेकर काफी लोकप्रिय थे
अटल बिहारी वाजपेयी की ही तर्ज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपनी जबरदस्त भाषण शैली और वाकपटुता के लिए जाने जाते हैं। लोकसभा के चुनाव अभियान के दौरान मोदी ने जिस तरह से रैलियों में अपना भाषण दिया वह लोगों ने काफी पसंद किया, उनके अंदर लोगों को अपने साथ बांधे रखने के साथ हंसाते रहने की जबरदस्त काबिलियत देखने को मिलती थी। लेकिन चुनाव के तीन साल बाद अगर आज हम नजर डालें तो पीएम मोदी में काफी बदलाव देखने को मिल रहा है, अब वह पहले की तरह मजाक नहीं करते हैं। वहीं पार्टी के नेताओं का कहना है कि वह अब काम को लेकर काफी तनाव लेते हैं, नींद भी काफी कम लेते हैं। बहरहाल आईए डालते हैं पीएम मोदी के पहले के उन वन लाइनर्स पर नजर जिसको लेकर वह काफी लोकप्रिय हुए थे
मैडिसन स्क्वॉयर में लोगों को लगवाए ठहाके
पीएम
मोदी
जब
अमेरिका
के
मैडिसन
स्क्वॉयर
गए
तो
उनकी
इस
यात्रा
की
जबरदस्त
चर्चा
हुई,
यहां
जबरदस्त
भीड़
को
संबोधित
करने
पीएम
मोदी
पहुंचे
तो
लोग
उन्हें
सुनने
के
लिए
बेताब
दिखे।
पीएम
मोदी
ने
यहां
लोगों
को
संबोधित
करते
हुए
कहा
कि
लोग
बोल
रहे
हैं
कि
प्रधानमंत्री
होकर
लाल
किले
से
शौचालय,
सफाई
की
बात
कर
रहा
है।
पीएम
मोदी
ने
इस
कार्यक्रम
में
स्वच्छ
भारत
अभियान
के
बारे
में
बोलते
हुए
यह
कहा
था।
ऑस्ट्रेलिया की संसद में पीएम
ऑस्ट्रेलिया की संसद में यहां के नेताओं को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि मैं यहां तीसरे नेता के तौर पर बोल रहा हूं और इस हफ्ते आप तीसरे नेता को सुन रहे हैं, मुझे नहीं पता आप लोग कैसा महसूस कर रहे हैं। हो सकता है कि प्रधानमंत्री एबॉट का तरीका हो आप लोगों को परेशान करने का। जिसके बाद संसद में मौजूद लोग ठहाके लगाकर हंसने लगे
जिंदगी बहुत छोटी और अनिश्चितताओं से भरी है
उत्तर प्रदेश के चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा यूपी सरकार की वेबसाइट पर लिखी लाइन को पढ़ते हुए कहा था कि यूपी में जिंदगी छोटी और अनिश्चितताओं से भरी है। पीएम मोदी ने इस बयान के जरिए यूपी की कानून व्यवस्था पर तंज कसा था। वेबसाइट पर स्वास्थ्य के नीचे यह लाइन लिखी हुई थी, जिसके बाद पीएम ने कहा था कि आप मुझे गलत साबित कर सकते हैं तो करिए लेकिन आपकी सरकारी वेबसाइट तो यही कहती है। पीएम ने यह बयान महाराजगंज में रैली को संबोधित करते हुए कहा था
एके 49
दिल्ली में चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी ने अरविंद केजरीवल को आड़े हाथों लेते हुए कहा था कि पाकिस्तान में तीन एके काफी लोकप्रिय हैं। एके-47, एके एंटनी(पूर्व रक्षामंत्री), एके 49। उन्होंने कहा कि एके 49 ने अभी हाल ही में अपनी एक पार्टी लॉच की है। पीएम मोदी ने अरविंद केजरीवाल का नाम लिए बगैर उनपर निशाना साधते हुए यह बयान दिया था।
आरएसवीपी मॉडल
2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी ने तकरीबन हर रैली में रॉबर्ड वाड्रा पर निशाना साधा था, वह अपनी रैलियों में हमेशा उन्हें दामाद कहकर संबोधित करते थे। उन्होंने पैसे के लेनदेन को आरएसवीपी मॉडल करार देते हुए कहा था कि अमेरिकी कंपनी ने एक नया शोध किया है जिसमें बताया गया है कि कैसे एक लाख रुपए को 300 करोड़ रुपए बनाया जाता है। इसे हम आरएसवीपी मॉडल कहते हैं। उन्होंने आरएसवीपी को राहुल, सोनिया, वाड्रा और प्रियंका करार दिया था।