महबूबा मुफ्ती ने कहा- सत्ता में लौटे तो जमात-ए-इस्लामी और JKLF पर लगे प्रतिबंध हटाएंगे
नई दिल्ली। पीपुल्स डेमोकेट्रिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने कहा कि यदि वे दोबारा सत्ता मे लौटीं तो जम्मू एवं कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) और स्थानीय जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) पर लगे प्रतिबंध हटा देंगी। महबूबा मुफ्ती बारामुला में पीडीपी कार्यकर्ताओं के एक सम्मेलन का संबोधित कर रही थी, उस वक्त उन्होंने ये बात कही।
महबूबा मुफ्ती ने कहा कि जेकेएलएफ और जेईआई जैसे संगठनों को प्रतिबंधित करने के दूरगामी परिणाम होंगे और ऐसे कदम से लोगों में अलगाववाद और निराशा की भावना बढ़ेगी। पीडीपी अध्यक्ष ने कहा कि लोकतंत्र में विचारों को फलने-फूलने दिया जाता है, ना कि उनको रोकने का काम किया जाता है। केंद्र पर निशाना साधते हुए महबूबा मुफ्ती ने कहा कि ऐसे अलोकतांत्रिक, असंवैधानिक और अस्वाभाविक फैसले के जरिए सरकार अपने मतदाताओं को दिखाना चाहती है कि मुस्लिमों और जम्मू-कश्मीर के खिलाफ वह कितना सख्त है।
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मुफ्ती ने कहा, 'अगर हमें सत्ता मिली तो बीजीपी के फैसलों को बदलने की कोशिश करेंगे और जेलेएलएफ के साथ-साथ जमात-ए-इस्लामी पर लगे प्रतिबंध को हटाएंगे।' बता दें कि पहले भी महबूबा मुफ्ती जेकेएलएफ पर प्रतिबंध लगाए जाने का विरोध करती रही हैं और उन्होंने सरकार के इस कदम की तीखी आलोचना भी की थी।
केंद्र सरकार ने जम्मू कश्मीर के अलगाववादी नेता यासीन मलिक के नेतृत्व वाले संगठन जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट (जेकेएलएफ) पर प्रतिबंध लगा दिया था। यूनियन होम सेक्रेटरी राजीव गौबा ने बताया है कि आतंकी रोधी कानून के तहत कार्रवाई करते हुए जेकेएलएफ को बैन किया गया है। जेकेएलएफ 1998 से लगातार अलगाव बढ़ाने की कोशिशें कर रहा है। गौबा ने कहा था कि सरकार आतंक के मामले में सरकार किसी ढील के पक्ष में नहीं है। उन्होंने अलगाववादी नेताओं की सुरक्षा की समीक्षा करने की भी बात कही थी।