प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मन की बात कार्यक्रम की बड़ी बातें
Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम में देशवासियों को सूर्य की उपासना के महापर्व छठ पूजा की बधाई दी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि छठ पर्व का हिस्सा बनने के लिए लाखों श्रद्धालु अपने घरवालों के बीच पहुंचे हैं। सूर्य उपासना की परंपरा इस बात का प्रमाण है कि हमारी संस्कृति और हमारी आस्था का प्रकृति से कितना जुड़ाव है। यह संदेश दिया गया है कि उतार-चढ़ाव जीवन का अभिन्न हिस्सा है, लिहाजा हमें हर परिस्थिति में एक समान रहना चाहिए। छठ पूजा की एक और खास बात होती है कि इसमे पूजा के लिए जिन वस्तुओं का इस्तेमाल होता है उसे समाज के विभिन्न लोग मिलकर तैयार करते हैं।
पीएम मोदी ने सूर्यदेव के वरदान की चर्चा करते हुए कहा कि उनका वरदान है सौर ऊर्जा। यह ऐसा वरदान है जिसमे पूरी दुनिया अपनी भविष्य देख रही है। भारत अपने परंपराओं को आधुनिक विज्ञान से जोड़ रहा है। भारत सौर ऊर्जा से बिजली बनाने वाले सबसे बड़े देशों में शामिल है। तमिलनाडु में किसान ने पीएम कुसुम योजना का लाभ लेते हुए खेत के लिए सिंचाई के लिए सोलर पैनल लगवाया। राजस्थान में भी कमलजीत ने खेत में सोलर पंप लगाया, जिससे उनकी लागत कम हो गई है। वह बिजली से कई छोटे उद्योगों को जोड़ रहे हैं। वह 10-12 लोगों को रोजगार भी दे रहे हैं। क्या आपने कभी कल्पना की थी कि आप महीनेभर बिजली का उपयोग करें और आपको बिजली का बिलल देने की बजाए पैसे मिले। लेकिन सौर ऊर्जा के चलते यह हो पा रहा है।
इसके साथ ही पीएम मोदी ने स्पेस सेक्टर की बात करते हुए कहा कि एक समय था जब हमे क्रायोजेनिक तकनीक देने से मना करदिया गया था। लेकिन हमारे वैज्ञानिकों ने ना सिर्फ अपना खुद की स्वदेशी तकनीत तैयार की बल्कि अब एक साथ दर्जनों सैटेलाइट एक साथ स्पेस में स्थापित कर रहे हैं। प्राइवेट सेक्टर और स्टार्टअप से मेरा आग्रह है कि वह इस सेक्टर का इस्तेमाल करें। भारत के युवाओं पर मुझे पूरा भरोसा है वह देश के सपनों को साकार करेंगे और हम आज जो पृष्ठभूमि तैयार कर रहे हैं उसे युवा ही 2047 तक लेकर आगे जाएंगे।
पीएम ने कहा कि आज जो युवा है वही युवा भारत को 2047 तक लेकर जाएंगे। युवाओं की यह शक्ति उनकी मेहनत और प्रतिभा भारत को उस ऊंचाई तक लेकर जाएगी जिसका संकल्प देश आज ले रहा है। आज के युवा जिस तरह से देश के लिए काम कर रहे हैं, वह देखकर मैं बहुत भरोसे से भरा हुआ हूं। बीते वर्षों में हुई हैकेथॉन में युवाओं ने कई चुनौतियों का समाधान किया है। मैंने लाल किले से जय अनुसंधान का आह्वान किया था। इसकी कमान हमारे आईआईटी के छात्रों ने संभाल ली है। 14-15 अक्टूबर को सभी 23 आईआईटी अपने रिसर्च को देखाने के लिए एक मंच पर आए हैं। इन युवाओं ने कई थीम पर प्रोजेक्ट बनाए हैं। आईआईटी भुवनेश्वर की टीम ने नवजात बच्चों के लिए पोर्टेबल वेंटिलेटर तैयार किया है, यह बैटरी से चलता है, इसका इस्तेमाल ग्रामीण इलाकों में किया जा सकता है।