गृह मंत्री के जवाब मांगने पर भड़कीं ममता, कहा- 'केंद्र की तानाशाही, दिल्ली नहीं जाएंगे CS और DGP'
कोलकाता। बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा पर हमले को लेकर गृहमंत्रालय के पश्चिम बंगाल के मुख्य सचिव और डीजीपी को दिल्ली तलब करने पर राजनीति गरमा गई है। टीएमसी ने इसे लेकर केंद्र सरकार पर तीखा हमला बोला है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दोनों अधिकारियों दिल्ली भेजने से इनकार कर दिया है।
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बता दें कि गुरुवार को पश्चिम बंगाल में बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के काफिले पर कथित रूप से टीएमसी कार्यकर्ताओं ने हमला कर दिया था। इस दौरान गाड़ियों पर पथराव किया गया था जिसमें कई बीजेपी नेताओं और कार्यकर्ताओं को चोटें आई थीं। घटना को लेकर राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने केंद्र सरकार को रिपोर्ट भेजी थी। इसके बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय ने राज्य के मुख्य सचिव और डीजीपी को कानून व्यवस्था पर स्थिति स्पष्ट करने के लिए दिल्ली बुलाया था।
दोनों अधिकारियों को दिल्ली बुलाने पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र से टकराव का मन बना लिया है। उन्होंने इसे केंद्र सरकार का तानाशाही रवैया बताया है। इसके साथ ही दोनों अधिकारियों को दिल्ली भेजे जाने से इनकार कर दिया है।
केवल
विधानसभा
के
लिए
जिम्मेदार-
TMC
टीएमसी
नेता
कल्याण
बनर्जी
ने
केंद्र
सरकार
पर
संविधान
के
उल्लंघन
करने
का
आरोप
लगाया
है।
कल्याण
बनर्जी
ने
कहा
कि
"राज्य
सरकार
केवल
राज्य
की
विधानसभा
के
लिए
जिम्मेदार
है।
कानून
और
व्यवस्था
के
संबंध
में
कोई
भी
अन्य
व्यक्ति
खासतौर
पर
केंद्र
सरकार
जवाब
नहीं
मांग
सकती।
ये
संविधान
का
उल्लंघन
है।
ये
ताकत
का
प्रदर्शन
है।
कल्याण बनर्जी ने राज्यपाल की भूमिका पर सवाल उठाते हुए उन्हें भाजपा का भोंपू बता डाला। उन्होंने कहा "इस पूरी घटना के पीछे केंद्र सरकार की ओर से दुर्भावना है। और पत्र भेजने के बाद केंद्रीय सरकार के अधिकारियों की ओर से इस पर दुर्भावनापूर्ण रवैया है। यह निंदनीय है। कोई भी संविधान का उल्लंघन नहीं कर सकता।"
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