UP में प्रियंका ने 40 फीसदी महिलाओं को टिकट देने का किया है वादा, TMC बोली- ममता पहले ही कर चुकी हैं
नई दिल्ली,, अक्टूबर 20। उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने मंगलवार को एक ऐलान किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि आगामी चुनाव में कांग्रेस पार्टी महिला सशक्तिकरण को ध्यान में रखते हुए 40 फीसदी महिलाओं को टिकट देगी। प्रियंका गांधी ने कहा था कि ये फैसला लेने वाली कांग्रेस देश की पहली पार्टी होगी। प्रियंका के इस दावे को टीएमसी ने खारिज कर दिया है और कहा है कि ममता बनर्जी पहले ही ऐसा वादा कर चुकी हैं।
2019 लोकसभा चुनाव में ममता ने 40 फीसदी महिलाओं को दिए थे टिकट- TMC
प्रियंका गांधी के दावे पर टीएमसी की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि कांग्रेस पार्टी नकल कर रही है। टीएमसी ने कहा है कि सबसे पहले ममता बनर्जी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में महिलाओं को 40 फीसदी टिकट देने का ऐलान किया था और टिकट दिया भी था तो ऐसे में कांग्रेस का ये दावा गलत है कि ऐसा करने वाली वो पहली पार्टी है। आपको बता दें कि कांग्रेस के इस ऐलान को एक बड़े कदम के रूप में देखा जा रहा था, लेकिन बुधवार को टीएमसी ने इसका क्रेडिट खुद को लेते हुए मामले में नया मोड़ ला दिया।
Amid such dire times, @INCIndia is understandably trying to emulate and one can only hope that this is genuine and not tokenism. If they are to be taken seriously, they must give 40% seats to women in states other than UP as well. (2/2)
— All India Trinamool Congress (@AITCofficial) October 20, 2021
बाकी राज्यों में भी महिलाओं को इतनी ही टिकट दे कांग्रेस: टीएमसी
टीएमसी ने यह भी कहा कि कांग्रेस इस बात को लेकर गंभीर है कि नहीं ये तब ही पता लगाया जा सकता है, अगर पार्टी यूपी के अलावा अन्य राज्यों में भी महिलाओं को 40 फीसदी टिकट देने का ऐलान करती है। आपको बता दें कि मंगलवार को प्रियंका गांधी लखनऊ में थीं, यहीं उन्होंने यह ऐलान किया था। उन्होंने कहा था कि राजनीति में महिलाओं की हिस्सेदारी बढ़ाने के लिए आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 40 फीसदी टिकट महिलाओं को देगी।
आपको बता दें कि यूपी में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए सभी पार्टियां अभी से कमर कस चुकी हैं। राज्य की 403 विधानसभा सीटों पर चुनाव होंगे। अभी कांग्रेस पार्टी की प्रदेश के अंदर सिर्फ 7 सीटें हैं। ऐसे में 40 फीसदी महिलाओं को टिकट देना एक चुनौतीपूर्ण फैसला है।