गांधी जी के परिजनों ने ठुकराया मोदी के कार्यक्रम में जाने का न्योता, रखी थी ये शर्त
अहमदाबाद। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी बुधवार को गांधी स्मारक नमक सत्याग्रह मैमोरियल के उद्घाटन के लिए दांडी पहुंचे हुए हैं। इस कार्यक्रम में भाजपा नेता प्रधानमंत्री मोदी से गांधी जी के साथ नमक सत्याग्रह में हिस्सा लेने वाले 80 सत्याग्रहियों की प्रतिमा का शिलान्यास करवा रहे हैं। लेकिन इस कार्यक्रम में बीजेपी नेताओं ने गांधी के पौत्र कनुभाई की पत्नी को निमंत्रण ही नहीं दिया। बाद में जब बीजेपी को अपनी गलती का एहसास हुआ तो उन्होंने निमंत्रण भेजा तो शिवलक्ष्मी गांधी (कनुभाई की पत्नी) ने बीजेपी के निमंत्रण को ठुकरा दिया।
पीएम मोदी मिलने के लिए 10 मिनट का समय मांगा था
कनुभाई गांधीजी की पत्नी शिवालक्ष्मी गांधी सूरत के भीमराड गाँव में रह रही है। इस कार्यक्रम में गांधी जी की पौत्रवधू शिवलक्ष्मी गांधी (कनुभाई की पत्नी) को निमंत्रण नहीं मिला था। जब इस बारे में मीडिया ने स्थानीय सांसद सीआर पाटिल से पूछा तो वह अगले ही दिन शिवलक्ष्मी गांधी को निमंत्रण देने चले गए। शिवलक्ष्मी गांधी ने सांसद के सामने एक शर्त रख दी। उन्होंने पीएम मोदी मिलने के लिए 10 मिनट का समय मांगा था। जब सांसद ने कहा कि ऐसा संभव नहीं है तो उन्होंने भी निमंत्रण ठुकरा दिया।
शिवलक्ष्मी गांधी कुनभाई की पत्नी हैं
बता दें कि, आजादी के समय दांडी यात्रा की एक तस्वीर उन दिनों बहोत प्रचलित हुई थी, जिसमे महात्मा गांधीजी के पौत्र कनुभाई गांधी उनकी लाठी पकड़ कर चल रहे है। शिवलक्ष्मी गांधी उन्ही कुनभाई की पत्नी हैं। पीएम मोदी नवसारी पहुंचने से पहले पीएम सूरत जाएंगे जहां वो एयरपोर्ट टर्मिनल भवन के विस्तार की आधारशिला रखेंगे। यहीं से महात्मा गांधी ने अंग्रेजी कानून के खिलाफ साल 1930 में 12 मार्च से 6 अप्रैल के बीच 387 किलोमीटर की लंबी दांडी यात्रा कर ब्रिटिश नमक कानून तोड़ा था।
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120 करोड़ की लागत का नमक सत्याग्रह स्मारक
नवसारी में गुजरात सरकार ने 120 करोड़ की लागत से दांडी में 15 एकड़ में नमक सत्याग्रह स्मारक बनाया गया है। इसमें गांधी जी के साथ दांडी मार्च करने वाले सत्याग्रहियों की भी प्रतिमाएं लगाई गई हैं।
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