महाराष्ट्र के सियासी संकट पर कांग्रेस नेता बोले, हम मिलकर कोरोना से लड़ रहे हैं
मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच अब सियासी हलचल भी लगातार तेज हो रही है। प्रदेश में कांग्रेस, शिवसेना और एनसीपी के गठबंधन की सरकार है। अंदरखाने की मानें तो गठबंधन में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। इसी को देखते हुए आज मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे सभी सहयोगी दलों के साथ अपने आवास पर बैठक कर रहे हैं। कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बैठक में तमाम मतभेदों को लेकर चर्चा हो सकती है। हालांकि तीनों ही दलों के नेता सरकार पर किसी भी तरह का संकट ना होने की बात कह रहे हैं, लेकिन मुख्यमंत्री की बैठक अलग ही संकेत दे रही है।
कांग्रेस नेता और महाराष्ट्र विधानसभा के स्पीकर नाना पटोले ने कहा कि मीडिया में जो कुछ भी महाराष्ट्र की राजनीतिक स्थिति के बारे में कहा जा रहा है, वैसा कुछ भी प्रदेश में कुछ भी नहीं है। इस समय हम सभी लोग एक साथ मिलकर कोरोना के खिलाफ लड़ाई लड़ ररहे हैं। हम भारत सरकार द्वारा जारी की जा रही सभी गाइडलाइन का पालन कर रहे हैं। इससे पहले शिवसेना के नेता संजय राउत ने भी इन खबरों को खंडन किया था और कहा था कि प्रदेश में सरकार को कोई खतरा नहीं है और यह सरकार स्थिर है।
बता दें कि इससे पहले सोमवार को एनसीपी मुखिया शरद पवार ने उद्धव ठाकरे के साथ बैठक की थी। यह बैठक तकरीबन डेढ़ घंटे तक चली थी। जिसके बाद महाराष्ट्र में सियासी हलचल बढ़ गई थी। हालांकि बैठक में शामिल शिवसेना के वरिष्ठ नेता संजय राउत ने कहा था कि सरकार पर किसी भी तरह का कोई संकट नहीं है और यह सरकार पूरी तरह से स्थिर और मजबूत है। वहीं दूसरी ओर कांग्रेस नेता संजय निरूपम ने उद्धव ठाकरे पर आरोप लगाया था कि वह सिर्फ मैं-मैं की बात करते हैं, वह सहयोगी दलों से कोई बात नहीं करते हैं। सरकार में संवाद की बहुत कमी है, लिहाजा कांग्रेस पार्टी को सरकार से किनारा कर लेना चाहिए। अहम बात यह है कि शरद पवार ने प्रदेश के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से भी राजभवन में मुलाकात की थी, जिसके बाद अटकलें तेज हो गई थीं। ऐसे में आज होने वाले यह बैठक काफी अहम है, जिसमे महाअघाड़ी सरकार के सभी सहयोगी दल हिस्सा लेंगे।
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