मध्य प्रदेश: बीजेपी के लिए बुरी खबर, जिगरी दोस्त ने ही खोल दिया मोर्चा
भोपाल। मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018 में सीएम शिवराज सिंह चौहान के लिए लगातार चौथी बार सत्ता बचाने की कठिन चुनौती है। कांग्रेस हमलावर है, बसपा, सपा समेत कई छोटे दल भी बीजेपी को चुनौती दे रहे हैं। सपाक्स समाज पार्टी सभी 230 सीटों पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर चुकी है। इन सब चुनौतियों के बीच एनडीए की सहयोगी पार्टी जेडीयू ने भी बीजेपी की परेशानी बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है। खबर है कि जेडीयू मध्य प्रदेश विधानसभा 2018 में एक-दो नहीं बल्कि पूरे 150 उम्मीदवार मैदान में उतारने की तैयारी कर रही है। 25 अक्टूबर को पार्टी की बेहद अहम बैठक होने जा रही है, जिसमें नीतीश कुमार के राइटहैंड और पार्टी के नंबर टू नेता प्रशांत किशोर भी मौजूद रहेंगे।
प्रशांत किशोर की पहली कठिन परीक्षा
प्रशांत किशोर जिन्हें 2014 लोकसभा चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी रणनीतिकार बनाकर लाए थे। बाद में प्रशांत किशोर नीतीश के करीब आ गए और आज वह जेडीयू में नंबर की हैसियत से काम कर रहे हैं। उधर, बिहार में 2019 लोकसभा चुनाव को लेकर एनडीए में सीट बंटवारे पर माथा-पच्ची चल रही है और इधर मध्य प्रदेश में बीजेपी की सहयोगी ने उसी के खिलाफ मोर्चा खोलने की कमर कस ली है। निश्चित रूप से प्रशांत किशोर के लिए पार्टी में आने के बाद यह पहली बड़ी परीक्षा है। उन्हें नीतीश कुमार का उत्तराधिकारी माना जा रहा है। प्रशांत किशोर बेहद सफल रणनीतिकार माने जाते हैं, ऐसे में बीजेपी के लिए एक और कठिन चुनौती का सामने आना लगभग तय लग रहा है।
प्रशांत किशोर की नजर विंध्य और बुंदेलखंड की सीटों पर
प्रशांत किशोर की नजर मध्य प्रदेश में विंध्य और बुंदेलखंड पर है। 25 अक्टूबर को होने जा रही जेडीयू की अहम बैठक में नीतीश कुमार के साथ प्रशांत किशोर के अलावा मध्य प्रदेश ईकाई के भी कई नेता मौजूद रहेंगे। मध्य प्रदेश में सूरज जायसवाल जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष हैं। खबर है कि जेडीयू मध्य प्रदेश में गोंडवाना पार्टी के कुछ असंतुष्टों को साथ लाने में कामयाब हो गई है। ऐसा माना जा रहा है कि मध्य प्रदेश में जेडीयू की पहली सूची 23 अक्टूबर को जारी कर दी जाएगी।
प्रशांत किशोर के साथ प्रदेश अध्यक्ष जायसवाल बनाएंगे रणनीति
प्रशांत किशोर के साथ सूरज जायसवाल की 25 और 26 अक्टूबर को लंबी चुनावी चर्चा होनी है। इसमें विस्तार से रणनीति पर चर्चा होगी। दोनों नेता उन जगहों के नाम भी तय करेंगे, जहां-जहां नीतीश कुमार की रैली आयोजित की जानी हैं। सूत्रों के मुताबिक, जेडीयू में इस समय जो चर्चा है उसके हिसाब से पार्टी विशेषतौर पर महाकौशल, विंध्य, बुंदेलखंड और नर्मदांचल में उम्मीदवार उतार सकती है। अभी तक सांची, भोजपुर, विदिशा, रतलाम और झाबुआ सीट में उम्मीदवारों के नाम लगभग फाइनल हो चुके हैं।