राफेल पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद संसद में सत्ता पक्ष का हंगामा, राहुल से माफी की मांग
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नई दिल्ली। शुक्रवार को राफेल डील की जांच के संबंध में सुप्रीम कोर्ट ने अहम फैसला सुनाया जिसे मोदी सरकार के लिए बड़ी राहत है। चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कहा कि राफेल डील की जरूरत पर कोई विवाद नहीं है।सुप्रीम कोर्ट ने कोर्ट की निगरानी में जांच वाली याचिका को खारिज कर दी है। अदालत ने फैसले में कहा है कि कोई वजह नजर नहीं है कि इस डील में कानूनी तौर पर हस्तक्षेप किया जाए। अदालत ने ये भी कहा कि इसके व्यवसायिक पक्ष में भी किसी तरह की हेराफेरी नहीं हुई है। राफेल सौदे में सभी प्रक्रियाओं का पालन किया गया है। ये अदालत का काम नहीं है कि वो विमान की कीमतों की तुलना करे।
जिसके बाद संसद के दोनों सदनों में काफी हंगामा हुआ, बीजेपी सांसदों ने अपनी सीट से खड़ेकर होकर 'राहुल गांधी माफी मांगो' और 'राफेल गांधी शर्म करो' के नारे लगाए, संसदीय कार्य मंत्री थावर चंद गहलोत ने लोकसभा में कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष ने राफेल डील पर देश को गुमराह किया और अब सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राहुल गांधी को देश से माफी मांगनी चाहिए।
कांग्रेस ने देश को गुमराह किया
तो वहीं गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने देश को गुमराह किया है। राहुल गांधी सदन में माफी मांगें। कांग्रेस ने भारत की छवि खराब की है।
आज संसद के शीतकालीन सत्र का चौथा दिन
लोकसभा में जोरदार नारेबाजी को देखते हुए स्पीकर सुमित्रा महाजन ने हंगामे की वजह से लोकसभा और राज्यसभा दोनो की कार्यवाही को 17 दिसंबर तक स्थगित कर दिया है तो वहीं राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार तक के लिए स्थगित कर दी गई है। मालूम हो कि आज संसद के शीतकालीन सत्र का चौथा दिन है, आज ही कांग्रेस सांसद रंजीत रंजन ने लोकसभा में नोटबंदी और RBI मुद्दे पर चर्चा के लिए स्थगन प्रस्ताव का नोटिस दिया है।