लद्दाख: चुशुल के लोग कर रहे सेना की मदद, अब पर्यटन को बढ़ावा देने पर फोकस
नई दिल्ली: लद्दाख में पिछले चार महीने से सीमा विवाद जारी है। ऐसे में वहां के स्थानीय निवासी भी सेना के साथ कंधे से कंधा मिलकर खड़े हैं। साथ ही उनकी हर संभव मदद भी कर रहे हैं। इस बीच लद्दाख में बीजेपी सांसद जामयांग सेरिंग नामग्याल ने चुशुल के प्रतिनिधियों से मुलाकात की। साथ ही लद्दाख में सीमा विवाद और पर्यटन को लेकर विस्तार से चर्चा की।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए सांसद नामग्याल ने कहा कि बुधवार को मैंने चुशुल गांव के प्रतिनिधियों से मुलाकात की थी। देश का नागरिक होने के नाते हम सभी को सेना की मदद करनी चाहिए। इस बात को गांव के प्रतिनिधियों को समझाया गया। सांसद के मुताबिक स्थानीय नागरिक पूरी क्षमता के साथ सेना का समर्थन करेंगे, ताकी चीन की नापाक साजिशों को नाकाम किया जा सके।
भारत का आखिरी गांव जहां के लोगों ने 62 की जंग में चीन की चाल को किया था नाकाम
देश में अपनी खूबसूरती के लिए मशहूर लद्दाख में इन दिनों पर्यटक गायब हैं। इस पर सांसद नामग्याल ने कहा कि पर्यटन लद्दाख की अर्थव्यवस्था के लिए काफी ज्यादा अहम है। कोविड-19 की वजह से इस साल लद्दाख में कोई पर्यटक नहीं पहुंचा है, जिससे काफी ज्यादा नुकसान हुआ है। इस समस्या से निपटने के लिए वो प्रशासन के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। साथ ही एक एसओपी तैयार की जा रही है। इसके बाद जो पर्यटक लद्दाख आना चाहेंगे वो कोरोना जांच रिपोर्ट लेकर आ सकेंगे, ताकी अर्थव्यवस्था फिर से रफ्तार पकड़ सके।