ब्रह्मपुत्र के पानी को इसलिए डायवर्ट करना चाहता है चीन, आप भी जानिए क्या है शी जिनपिंग की योजना
गुवाहटी। चीन ब्रह्मपुत्र नदी के पानी को मोड़ने की तैयारी कर रहा है। इस पानी से पूर्वोत्तर भारत के लोगों की जल की जरूरतें पूरी होती हैं और अगर चीन ने ऐसा कर दिया तो पूर्वी भारत के लोगों को दिक्कत हो सकती है। चीन की योजना है कि वह तिब्बत से निकलने वाली इस नदी पर 1,000 किलोमीटर लंबी सुरंग बनाएगा। इसके जरिए वह ब्रह्मपुत्र नदी के पानी को सूखा प्रभावित अपने राज्य शिनजियांग ले जाना चाहता है। तिब्बत की निर्वासित सरकार के प्रेसिडेंट लोबसांग सांगे का कहना है कि चीन अपने देश में पानी के संकट से निपटने के लिए नदियों के पानी का डायवर्जन करने की योजना बना रहा है।
वहीं दूसरी ओर, चीन ने इस बात से इनकार किया है कि वह ब्रह्मपुत्र का पानी डायवर्ट करना चाहता है। इतना ही नहीं, उसने इस बात से भी इनकार किया है कि वह इसके लिए 1000 किलोमीटर लंबी सुरंग बना रहा है। गुवाहटी में एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए लोबसांग सांगे ने कहा है कि पूरे देश को चीन के सामने यह मुद्दा रखना चाहिए, ताकि चीनी परियोजनाओं में तिब्बती लोगों को भी हक मिल सके।
लोबसांग सांगे ने कहा है कि चीन में सिर्फ 12 फीसदी लोगों के पास ही शुद्ध जल है। वह बोले कि चीन पानी के संकट से जूझ रहा है, इसलिए वह तिब्बत की नदियों का पानी डायवर्ट करने की योजना बना रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि अगर चीन ऐसा करने में कामयाब हो जाता है तो इससे तिब्बत से निकलने वाली नदियों पर निर्भर रहने वाले करीब 1.4 अरब लोग संकट में फंस सकते हैं।