स्कूल में छात्रा को गले लगाकर बधाई देने के मामले में छात्र ने कहा- मैंने सिर्फ 5 सेकेंड तक हग किया था
तिरुवनंतपुरम। स्कूल के एक इवेंट में गले मिलकर छात्रा को बधाई देने के बाद स्कूल से निष्कासित हुए छात्र का बयान आया है। छात्र ने कहा है कि 'उस वक्त हम अकेले नहीं थे। मैंने सिर्फ 3 या 5 सकेंड तक छात्रा को गले लगाया था। इसके बाद एक टीचर आए और वो चिल्लाते हुए हमे वाइस प्रिंसिपल के पास ले गए। मुझे माफी मांगने के लिए कहा गया और मैंने मांगा भी लेकिन तबतक उस गले लगाने को सेक्सुअल एक्ट का रूप दे दिया गया। उसके फौरन बाद मेरे माता-पिता को बोर्ड मीटिंग के लिए बुला लिया गया।''
छात्र का कहना है कि 'स्कूल की तरफ से उस गले लगाने को यौन उत्पीड़न और सेक्सुअल कृत के तौर पर मेरे मां-बाप के सामने पेश किया गया। उसके बाद मुझे 50 दिनों के लिए सस्पेंड कर दिया गया। इतना ही नहीं स्कूल प्रशासन की तरफ से छात्रा को गलत बयान देने के लिए उकसाया गया लेकिन जब उसने ऐसा करने से मना कर दिया तो उसे भी स्कूल से निष्कासित कर दिया गया।' छात्र का कहना है कि वो परीक्षा में बैठना चाहता है। वो नहीं चाहता कि उसका एक साल बर्बाद हो। आपको बता दें कि इस मामले में स्कूल के प्रिंसिपल का कहना है कि जांच में छात्र को दोषी पाया गया है। उसके मां-बाप भी जांच में सहायता नहीं कर रहे थे बल्कि दोनों का फोटो इंस्टाग्राम पर डाल दिया।
क्या था पूरा मामला
मामला तिरुवनंतपुरम के सेंट थॉमस सेंट्रल स्कूल का है। स्कूल में जुलाई के महीनें में गायन की एक प्रतियोगिता हुई थी। जिसे एक छात्रा ने जीता। छात्रा की 16 साल के छात्र से दोस्ती है। ऐसे में छात्र ने स्कूल की सीढ़ियों पर छात्रा को गले लगाते हुए उसके बेहतरीन प्रदर्शन के लिए बधाई थी। वहां से गुजर रही एक शिक्षिका ने दोनों को गले मिलते हुए देख लिया था। शिक्षिका ने वाइस प्रिंसिपल से दोनों की शिकायत कर दी। वाइस प्रिंसिपल ने इसे अनुशासनहीनता माना। छात्र और छात्रा को स्कूल प्रशासन ने एक सप्ताह के लिए स्कूल से निष्कासित कर दिया। छात्र ने स्कूल प्रशासन पर आरोप लगाया कि उन्हें अपना पक्ष रखने का मौका दिए बिना ही स्कूल ने अपना आदेश दे दिया। उसने कहा कि लिखित में माफीनामा भी लिया गया और फिर निष्कासित भी कर दिया गया।