केरल हाईकोर्ट ने समलैंगिक जोड़े को साथ रहने की दी अनुमति
नई दिल्ली, 31 मई। सऊदी अरब में स्टूडेंट लाइफ के दौरान आदिला और फातिमा एक दूसरे के करीब आई। बाद में दोनों ने एक साथ रहने का फैसला किया। लेकिन आदिला और फातिमा के रिश्तेदारों ने इस आपत्ति जताई। जिसके बाद दोनों ने उच्च न्यायालय का रुख किया।
नसरीन और नूरा सऊदी अरब में स्कूल के दिनों में एक दूसरे के करीब आ गए।ग्रेजुएशन के बाद दोनों ने साथ रहने का फैसला किया। लेकिन दोनों के परिजान उनके इस कदमका विरोध कर रहे थे। नूरा के अगवा होने के बाद आदिला नसरीन ने केरल हाईकोर्ट का रुख किया।
मामले को लेकर आदिला नसरीन ने केरल हाईकोर्ट में दायर की गई याचिका में कहा कि उन्हें और उनकी साथी फातिमा नूरा को उनके परिवारों द्वारा शारीरिक और मानसिक रूप से प्रताड़ित किया गया। छह दिन पहले नूरा को उसके रिश्तेदारों ने अगवा कर लिया था। नसरीन ने आरोप लगाया कि उसके साथ रहने के लिए अलुवा आई फातिमा नूरा का उसके परिवार ने अपहरण कर लिया था और वह नहीं मिली। बाद में मंगलवार की सुबह नूरा के लापता होने का दावा करते हुए उच्च न्यायालय में एक बंदी प्रत्यक्षीकरण दायर किया गया था।
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हाईकोर्ट ने सुबह याचिका पर विचार करते हुए पुलिस को फातिमा नूरा को कोर्ट में पेश करने का आदेश दिया। याचिकाकर्ता आदिला नसरीन को भी उसी समय अदालत में तलब किया गया था। यमूर्ति विनोद चंद्रन की पीठ ने स्पष्ट किया कि वयस्कों के लिए एक साथ रहना प्रतिबंधित नहीं है। उच्च न्यायालय ने आदिला नसरीन द्वारा दायर बंदी प्रत्यक्षीकरण याचिका का भी निपटारा कर दिया। केरल उच्च न्यायालय ने मंगलवार को आदिला नसरीन नाम की एक याचिका पर सुनवाई के बाद उन्हें फातिमा नूरा के साथ रहने की अनुमति का आदेश जारी किया। उनकी लाइफ को लेकर उनके रिश्तेदारों ने आपत्ति जताई जिसके बाद दोनों के उनके माता-पिता ने घर से अलग कर दिया था।