कर्नाटक में टीपू जयंती का विरोध, बसों पर फेंके पत्थर
कर्नाटक के मदिकेरी में टीपू जयंती उत्सव के विरोध में कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम बस पर पत्थर फेंका गया। टीपू सुल्तान जयंती के मद्देनजर, जिला प्रशासन ने धारा 144 लगाया है और जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा को बढ़ाया गया है
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बेंगलुरु। कर्नाटक के मदिकेरी में टीपू जयंती उत्सव के विरोध में कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम बस पर पत्थर फेंका गया। टीपू सुल्तान जयंती के मद्देनजर, जिला प्रशासन ने धारा 144 लगाया है और जिले में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा को बढ़ाया गया है। जिले में निषेधाज्ञा आदेश शनिवार सुबह 6 बजे तक लागू है। सुरक्षा व्यवस्था के लिए 1 एसपी, 8 डिप्टी एसपी, 23 सीपीआईएस, 68 सीआईएस, 133 एएसआईएस और 1,500 पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। बता दें कि आज 10 नवंबर को कोडागु बंद का ऐलान किया गया है। इसके अलावा, कलबर्गि, शिमोगा, कोडागु, उत्तरी कन्नड़ जिले में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। मंगलवार को, कर्नाटक उच्च न्यायालय ने 10 नवंबर को टीपू सुल्तान जयंती समारोह मनाए जाने से रोक लगाने पर इनकार कर दिया।
बता दें कि सिद्धारमैया की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार ने पिछले दो सालों में बड़े पैमाने पर विरोध और हिंसा के आयोजन के बावजूद टीपू जयंती मनाने की तैयारी कर ली है। 2015 में टीपू जयंती समारोह के दौरान बड़े पैमाने पर सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी जब यह पहली बार राज्य सरकार द्वारा आयोजित की गई थी। टीपू मैसूर के पूर्व साम्राज्य का शासक था। उन्हें ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी का दुश्मन माना जाता था। ब्रिटिश सेना के खिलाफ श्रीरंगपट्टण के अपने किले का बचाव करते हुए, टीपू को मई 1799 में मार डाला गया था।