आप आतंकियों के पक्ष में हैं या देशभक्तों के ? कर्नाटक के सीएम बोम्मई ने सोनिया-राहुल से पूछा सवाल
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मैंगलुरू धमाके की जांच पर सवाल उठाए जाने पर कांग्रेस को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने सोनिया-राहुल से पूछा है कि आप किसके साथ हैं- आतंकियों के या देशभक्तों के ?
तवांग में चीन की हरकतों के बाद भाजपा और कांग्रेस के बीच जो जुबानी जंग चल रही है, उसमें अब कर्नाटक में एक नई बहस जुड़ गई है। राज्य के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने कांग्रेस के बड़े नेताओं पर सीधा और बहुत ही जोरदार हमला बोला है। उन्होंने पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और गांधी परिवार के सदस्यों से पूछ लिया है कि वह किसके साथ खड़े हैं, आतंकवादियों के साथ या फिर देशभक्तों के साथ। दरअसल कर्नाटक कांग्रेस के चीफ डीके शिवकुमार ने मैंगलुरू ब्लास्ट की जांच पर संदेह जताने की कोशिश की थी, जिसके बाद मुख्यमंत्री ने उनपर और उनकी पार्टी के बड़े नेताओं पर जोरदार हमला बोल दिया है।
कांग्रेस नेतृत्व पर कर्नाटक सीएम का जोरदार हमला
कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने शुक्रवार को कांग्रेस के बड़े नेताओं पर आतंकी घटनाओं के मुद्दे पर जोरदार हमला किया है। उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और पार्टी नेता सोनिया और राहुल गांधी से सीधा पूछ लिया है कि 'वो आतंकियों के साथ हैं या फिर देशभक्तों के।' कर्नाटक के सिएम प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डीके शिवकुमार के उस बयान पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें उन्होंने आशंका जताई थी कि मैंगलुरू प्रेशर कूकर ब्लास्ट बीजेपी सरकार ने 'करवाया' ताकि वोटर डेटा की चोरी से जुड़े मामले से ध्यान हटाया जा सके। उन्होंने कहा, 'पहले भी कांग्रेस की नीति रही है कि आतंकी घटनाओं को कमतर आंकती है और आतंकियों का समर्थन किया है। उन्होंने एक आतंकवादी को फांसी दिए जाने की आलोचना की थी। यह चुनावों के दौरान उनकी तुष्टिकरण की रणनीति का हिस्सा है। उन्हें लगता है कि ऐसे बयानों से उन्हें अल्पसंख्यकों का वोट मिल जाएगा और फिर से वही पुरानी तकनीक का इस्तेमाल किया है। लेकिन लोग जान गए हैं, ऐसी चीजें अब काम नहीं करेंगी।'
आप आतंकियों के पक्ष में हैं या देशभक्तों के ? -सीएम बोम्मई
इसके बाद कर्नाटक सीएम ने सीधे कांग्रेस के शीर्ष नेतृत्व से सवाल पूछ लिया। उन्होंने कहा, 'मैं कांग्रेस पार्टी से पूछना चाहता हूं---खड़गे, सोनिया गांधी और राहुल गांधी से, उन्हें यह स्पष्ट करना चाहिए कि वे आतंकवादियों के पक्ष में हैं जो कि शांति और व्यवस्था गड़बड़ करते हैं, या फिर देशभक्तों के जो देश की सेवा कर करते हैं।' उन्होंने कहा कि ऐसी हरकतों और बयानों से देश और उसके पुलिस फोर्स का मनोबल गिरता है। सीएम बोम्मई ने आगे कहा, 'जब आतंकियों को सबूतों के साथ पकड़ा गया है, प्रक्रिया और जांच पर सवाल उठाने से आतंकवादियों का मनोबल बढ़ेगा।'
आरोपी के खिलाफ सबूत मौजूद- मुख्यमंत्री
कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने इस बात की ओर ध्यान दिलाया कि धमाके के आरोपी मोहम्मद शरीक के पास बम बनाने की सारी चीजें मौजूद थीं, जो प्रेशर कूकर के अंदर बम बनाने के लिए आवश्क होती हैं। यही नहीं उन्होंने कहा कि यह बम फटा भी और यह भी साफ था कि मैंगलुरू में धमाका करने का उसका इरादा भी था। सीएम बोले, 'उसने (शरीक) अपनी पहचान कई बार बदली थी। वह दो-तीन बार पहले के केसों में भी पकड़ा गया था। यह स्थापित किया गया कि वह टेरर लिंक जानता था, विदेशो से भी। '
शिवकुमार ने मैंगलुरू धमाके की जांच पर सवाल उठाए थे
उन्होंने आतंकी घटनाओं पर शिवकुमार की प्रतिक्रिया पर पलटवार कर कहा कि 'अवैध वोट बनाने की कांग्रेस की आदत रही है। हम इस बार स्पष्ट रूप से जानेंगे कि किस चुनाव क्षेत्र में कितने बाहरी हैं। यह इसलिए है क्योंकि चुनाव आयोग नई तकनीक का इस्तेमाल कर रही है, ताकि दोहरो- तिहरे वोटों की पहचान की जा सके।' गुरुवार को कांग्रेस नेता शिवकुमार ने 19 नवंबर के मैंगलुरू ब्लास्ट का जिक्र कर कहा था, 'डीजीपी से किसने कहा था कि बिना जांच के यह घोषणा कर दें कि यह आतंकवादी घटना थी? आतंकवादी कौन है ? क्या यह मुंबई, दिल्ली, कश्मीर या पुलवामा की तरह की आंकवादी कार्रवाई थी ?' उनके इस बयान पर सत्ताधारी बीजेपी की ओर से जोरदार प्रतिक्रिया दी गई थी।
'सत्ता गंवाने के साथ अपना दिमाग भी गंवा चुके हैं।'
सीएम बोम्मई बहुत भड़के हुए थे। बाद में मांड्या में उन्होंने कहा कि क्या कांग्रेस ने आतंकावादियों के प्रति सहानुभूति जताने की अपनी नीति बनाई थी। वो बोले 'ऐसी बातें दूसरे देशों में नहीं होती.....यहां कांग्रेस हर मुददे का राजनीतिकरण करती है। चीन बॉर्डर मसले पर बोलकर वह जवानों का मनोबल तोड़ रही है, यहां वह पुलिस का मनोबल तोड़ रही है। राष्ट्रीय सुरक्षा के मसलों पर एक राष्ट्रीय पार्टी को ऐसा बर्ताव नहीं करना चाहिए। वह सत्ता गंवाने के साथ अपना दिमाग भी गंवा चुके हैं।' (इनपुट-पीटीआई)