कर्नाटक में येदियुरप्पा बेअसर दिख रहे, अब 'मोदी लहर' को ऐसे लाएगी बीजेपी
बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने पिछले हफ्ते बेंगलुरु का दौरा किया था। इस दौरान राम माधव ने किसी भी बीजेपी नेता से मुलाकात नहीं की, बस आरएसएस के लोगों से मिले और पार्टी के चुनाव प्रचार को लेकर उनका फीडबैक लिया
नई दिल्ली। कर्नाटक विधानसभा के लिए चुनावी रण सज चुका है सभी राजनीतिक योद्धा अपने-अपने तरीके से जनता को रिझाने में लगे हुए हैं। कांग्रेस ने जोरदार तैयारी की है। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी और सूबे के सीएम सिद्धारमैया ताबड़तोड़ रैली कर रहे हैं। इसी बीच खबर है कि बीजेपी के आला नेता कर्नाटक बीजेपी स्टेट यूनिट और बीएस येदुरप्पा की चुनावी तैयारी से प्रभावित नहीं है। लिहाजा कर्नाटक चुनाव की नैया पार लगाने के लिए सूबे में पीएम मोदी को उतारने की तैयारी चल रही है। बीजेपी नेताओं को लग रहा है कि अन्य राज्यों की तरह कर्नाटक में भी 'मोदी लहर' से ही चुनाव जीता जा सकता है।
'मोदी लहर' से ही सिद्धारमैया और राहुल गांधी को रोकने की तैयारी है
न्यूज 18 की खबर के मुताबिक बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव ने पिछले हफ्ते बेंगलुरु का दौरा किया था। इस दौरान राम माधव ने किसी भी बीजेपी नेता से मुलाकात नहीं की, बस आरएसएस के लोगों से मिले और पार्टी के चुनाव प्रचार को लेकर उनका फीडबैक लिया और अपने सुझाव भी दिए। राज्य के एक बीजेपी नेता के मुताबिक, राम माधव उत्तरी-पूर्वी राज्यों में बीजेपी को मिले शानदार रिस्पॉन्स को कर्नाटक में दोहराना चाहते हैं। इसलिए वो आने वाले दिनों में पार्टी के सबसे लोकप्रिय चेहरा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रचार कराने की योजना बना रहे हैं। मतलब साफ है कर्नाटक के रण में बीजेपी ने भले ही बीएस येदुरप्पा को सीएम उम्मीदवार बनाया हो, लेकिन 'मोदी लहर' से ही सिद्धारमैया और राहुल गांधी को रोकने की तैयारी है।
मोदी से बीजेपी को उम्मीद
कर्नाटक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले चार महीनों में कुल 4 जनसभाएं की हैं जबकि अमित शाह ने 10-12 जिलों का दौरा किया है। ऐसे में अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले एक महीने के दौरान राज्य के अलग-अलग हिस्सों में कम से कम 8 से 10 जनसभाओं को संबोधित कर सकते हैं। कर्नाटक बीजेपी इकाई ने पीएम मोदी से कम से कम 15 जनसभाएं करने की गुजारिश की थी। वहीं पार्टी प्रवक्ता के मुताबिक, हालात को देखते हुए मोदी कर्नाटक के चुनाव प्रचार में ज्यादा समय भी दे सकते हैं। एक बीजेपी नेता ने कहा 'पीएम मोदी ने गुजरात में अकेले अपने दम पर पार्टी को एक निश्चित हार से बचा लिया। हालात तो यहां भी ठीक नहीं हैं। हमें उम्मीद है कि प्रधानमंत्री यहां भी अपना जादू बिखेरेंगे।'
बीजेपी इस वजह से परेशान है
बीजेपी सबसे ज्यादा परेशान इस बात से है कि येदुरप्पा का प्रचार अभियान पिछले दो महीनों के दौरान बेअसर रहा है। लिंगायतों को अलग धर्म का दर्जा, महादेयी नदी के जल का बंटवारा, भ्रष्टाचार के आरोप जैसे तमाम मुद्दों पर वह बैकफुट पर ही देखे गए और राज्य में बीजेपी के पास उनके सिवा कोई दूसरे बड़ा चेहरा भी नहीं, जो लोगों को खींच सके। ऐसे में बीजेपी को कर्नाटक का चुनावी रण जीतना है तो वो मोदी लहर के सहारे ही हो सकता है।
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