विनोद वर्मा को मिली जमानत, छत्तीसगढ़ में 11 माह में गिरफ्तार किए गए 14 पत्रकार
रायपुर। छत्तीसगढ़ के एक मंत्री की कथित अश्लील सीडी रखने के मामले में दो माह पहले गाजियाबाद से गिरफ्तार किए गए वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को सीबीआई की विशेष अदालत ने गुरुवार को जमानत दे दी। कोर्ट ने एक लाख का निजी मुचलका और एक लाख रुपए के बांड पर विनोद वर्मा की जमानत मंजूर की है। आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में राजनीतिक भूचाल लाने वाले कथित सीडी कांड की जांच सीबीआई कर रही है। इस मामले में सीबीआइ ने दो FIR दर्ज की है। दोनों एफआईआर पहले राज्य पुलिस ने अलग-अलग दर्ज की था।
वहीं दूसरी तरफ छत्तीसगढ़ विधानसभा में पत्रकारों की गिरफ्तारी के बारे में पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए गृह मंत्री रामसेवक पैकरा ने बताया था कि जनवरी 2017 से 29 नवंबर 2017 तक (11 महीनों में) राज्य की पुलिस ने कुल 14 पत्रकारों को गिरफ्तार किया है। विधानसभा में विपक्ष के नेता टीएस सिंहदेव ने पत्रकारों की गिरफ्तारी का मुद्दा उठाया था जिसके जवाब में पैकरा ने ये आंकड़े दिए।
पैकरा ने बताया कि गिरफ्तार हुए 14 पत्रकरों के खिलाफ अलग अलग मामले दर्ज थे जिसके बाद इन्हें गिरफ्तार किया गया है। मंत्री के लिखित जवाब के मुताबिक गिरफ्तार पत्रकारों में राज्य में मंत्री की कथित अश्लील सीडी मामले के आरोपी विनोद वर्मा भी शामिल हैं।
कहा-कहां से गिरफ्तार हुए पत्रकार
गृह मंत्री रामसेवक पैकरा की तरफ से दिए गए जवाब के मुताबिक 11 महीनों में दुर्ग और रायपुर जिले में दो दो पत्रकारों को, कोंडागांव जिले में तीन पत्रकारों को तथा सूरजपुर, कोरिया, सुकमा, मुंगेली, गरियाबंद, बिलासपुर और कांकेर जिले में एक एक पत्रकार को गिरफ्तार किया गया है।
पुलिस ने किया था दावा, विनोद वर्मा के पास मौजूद थीं 500 सीडियां
छत्तीसगढ़ के रायपुर जिले की पुलिस ने विनोद वर्मा को बीते 27 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में इंदिरापुर स्थित उनके घर से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद छत्तीसगढ़ पुलिस ने बताया था कि विनोद वर्मा के पास से 500 अश्लील सीडी, पेन ड्राइव, लैपटॉप, डायरी और अन्य सामान बरामद किया गया है। गिरफ्तारी के बाद 29 अक्टूबर को रायपुर की स्थानीय अदालत में विनोद वर्मा को पेश किया गया था। जहां से पूछताछ के लिए उन्हें तीन दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया था। पूछताछ के बाद अदालत ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया था। विनोद वर्मा पर ब्लैकमेल और उगाही का मामला दर्ज किया गया है।