Jharkhand Election Result: भाई ने की थी भाई की हत्या, जानिए दोनों की पत्नी में से कौन जीता चुनाव
रांची। झारखंड विधानसभा चुनाव 2019 (Jharkhand Election Result 2019) के नतीजे आ गए हैं। गठबंधन (जेएमएम-कांग्रेस-राजद) ने स्पष्ट बहुमत से जीत हासिल की है। जबकि बीजेपी 25 सीटों पर सिमट गई। इस बीच लोगों की नजर धनबाद की झरिया सीट पर बनी रही। इस सीट से एक ही परिवार की दो बहुओं ने चुनाव लड़ा। मेंशन परिवार की बहू रागिनी सिंह ने बीजेपी से और रघुकुल परिवार की बहू पुर्णिमा ने कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ा।
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पूर्णिमा 11,966 मतों से जीतीं
शुरुआत में तो पूर्णिमा और रागिनी के बीच कांटे की टक्कर बनी हुई थी लेकिन बाद में पूर्णिमा ने जीत दर्ज की। उन्हें 79,512 वोट मिले हैं। वहीं रागिनी दूसरे नंबर पर रहीं, उन्हें 67,546 वोट मिले हैं। 2014 के विधानसभा चुनाव में इन दोनों के पति भी इसी सीट पर आमने-सामने थे।
फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर से कनेक्शन
बता दें फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर में रामाधीर सिंह का किरदार इसी मेंशन परिवार के मुखिया सूर्यदेव सिंह से प्रेरित था। हालांकि वासेपुर अलग विधानसभा क्षेत्र में आता है। सीट पर मेंशन परिवार बनाम रघुकुल परिवार के बीच मुकाबला चला। इससे पहले 2014 के विधानसभा चुनाव में यहां से बीजेपी के टिकट पर संजीव सिंह और कांग्रेस के टिकट पर नीरज सिंह ने चुनाव लड़ा था। जिसमें नीरज सिंह को हार मिली थी।
नीरज सिंह की पत्नी हैं पूर्णिमा
फिर साल 2017 में नीरज सिंह की हत्या हो गई थी। जिसके बाद इस हत्या का आरोप संजीव सिंह पर लगा, जो फिलहाल जेल में बंद हैं। यही वजह है कि बीजेपी ने इस बार संजीव सिंह की पत्नी रागिनी सिंह को चुनावी मैदान में उतारा। उनका मुकाबला कांग्रेस की पूर्णिमा सिंह से हुआ, जो नीरज सिंह की पत्नी हैं। इससे दोनों परिवारों के बीच एक बार फिर सियासी जंग देखी गई।
मेंशन परिवार से हैं रागिनी
इन दोनों बहुओं के बीच मुकाबले से एक बार फिर दोनों परिवार सियासत के मैदान में एक दूसरे के सामने खड़े हुए। जहां सिंह मेंशन को संजीव सिंह के पिता सूर्यदेव सिंह ने बनवाया था। वहीं रघुकुल को सूर्यदेव सिंह के छोटे भाई राजन सिंह के बेटों ने बनवाया था। इन दोनों ही परिवारों को बड़ा कोयला व्यापारी माना जाता है। जानकारी के मुताबिक शुरुआत में परिवार के मुखिया सूर्यदेव सिंह ही थे। उनके चार भाई- राजन सिंह, बच्चा सिंह, विक्रम सिंह और रामाधीर सिंह हैं।
नीरज समेत 4 लोगों की मौत हो गई थी
जिनमें से सूर्यदेव सिंह, राजन सिंह की मौत हो चुकी हैं। बच्चा सिंह झारखंड सरकार में मंत्री रहे हैं। रामाधीर सिंह उम्रकैद की सजा काट रहे हैं और विक्रम सिंह बलिया में ही रहते हैं। हालांकि सूर्यदेव सिंह की मौत के बाद परिवार बिखरता चला गया। नीरज सिंह की अगर बात करें तो 21 मार्च 2017 में उनकी हत्या कर दी गई थी। भाड़े के शूटरों ने उनकी गाड़ी पर हमला किया था, जिसमें नीरज समेत 4 लोगों की मौत हो गई थी।
नीरज को 25 गोलियां लगी थीं
कहा जाता है कि उनकी गाड़ी पर कुल 67 गोलियां फायर की गई थीं। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो नीरज को इनमें से 25 गोलियां लगी थीं। उनकी हत्या का आरोप झरिया बीजेपी विधायक संजीव सिंह पर आया था। हत्याकांड के इस आरोप में संजीव सिंह 11 अप्रैल 2017 से धनबाद जेल में बंद हैं।
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