पब्लिसिटी स्टंट था अरविंद केजरीवाल पर इंक अटैक !
मंगलवार को आम आदमी पार्टी के संस्थापक अरविंद केजरीवाल वाराणसी में मौजूद थे। वहां पर अपनी चुनावी जनसभा के मकसद से आए थे। लेकिन गंगा में नहाने के बाद उनके साथ जो कुछ भी हुआ वह हैरान करने वाला था। पहले उन पर काशी विश्वनाथ मंदिर परिसर के बाहर उन पर अंडे से हमला किया गया। इस बात को व ह भूला पाते इससे पहले उन पर और उनकी टीम के साथियों पर इंक अटैक यानी स्याही फेंक दी गई।
अरविंद जहां कहीं भी जाते हैं, उनके साथ या उनकी टीम के साथ इस तरह का हादसा होता रहता है। ऐसे में हमारे दिमाग में सवाल आया कि कहीं लोकसभा चुनावों में फायदा हासिल करने के मकसद से यह अरविंद का कोई पब्लिसिटी स्टंट तो नहीं था। ऐसे में हमने सोचा कि क्यों न इस पर लोगों से भी राय मांग ली जाए। वनइंडिया की ओर से एक पोल आयोजित किया गया।
इस पोल में हमने लोगों से तीन सवाल पूछे- कि क्या यह पब्लिसिटी पाने के लिए आप पार्टी का कोई पब्लिसिटी स्टंट था या फिर इसके पीछे भाजपा समर्थकों का कोई षडयंत्र था या फिर यह वाराणसी के ही किसी आम आदमी की ओर से अरविंद पर किया गया हमला था। हमें लोगों की जो प्रतिक्रिया हासिल हुई उसके मुताबिक 59 प्रतिशत लोगों ने माना कि यह आप पार्टी की ओर से पब्लिसिटी हासिल करने के लिए किया गया स्टंट था।
इंक अटैक
अरविंद जहां कहीं भी जाते हैं, उनके साथ या उनकी टीम के साथ इस तरह का हादसा होता रहता है।
पब्लिसिटी के लिए कुछ भी !
केजरीवाल कहीं न कहीं अब लोगाें का भरोसा खोते जा रहे हैं।
लोगों से मांगी राय
इंक अटैक के बाद केजरीवाल ने वाराणसी के लोगों से प्रधानमंत्री का चुनाव लड़ने के बारे में राय भी मांगी।
क्या से क्या हो गया
इंक अटैक में न सिर्फ केजरीवाल बल्कि उनकी सरकार में विवादित मंत्री रहे सोमनाथ भारती भी 'घायल' हो गए।
दाग अच्छे हैं !
हो सकता है कि केजरीवाल को इन चुनावों में फायदा भी मिले क्योंकि कहीं न कहीं उनकी लोकप्रियता को भी नकारा नहीं जा सकता है।
यस वी कैन!
अरविंद केजरीवाल को पूरी उम्मीद है कि लोकसभा चुनावों में उन्हें दिल्ली विधानसभा चुनावों की ही तरह नतीजे हासिल होंगे।