नीतीश सरकार के कैबिनेट मंत्री श्याम रजक को JDU ने किया निष्कासित
पटना। बिहार में आगामी विधानसभा चुनावों की सरगर्मी शुरू हो गई है। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जेडीयू ने अपने वरिष्ठ नेता और उद्योग मंत्री श्याम रजक को पार्टी से निष्कासित कर दिया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की सहमति के बाद जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष वशिष्ठ नारायण सिंह ने यह आदेश जारी किया है। सीएम नीतीश ने बर्खास्तगी की सिफारिश राज्यपाल से कर दी है। इस बीच कयास लगाया जा रहा है कि श्याम रजक एक बार फिर राजद में जाएंगे।
चुनाव से पहले नीतीश कुमार को झटका
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मंत्री श्याम रजक इस्तीफा देने वाले थे, हालांकि उससे पहले ही जेडीयू ने उन पर एक्शन ले लिया है। जदयू प्रदेश अध्यक्ष बशिष्ठ नारायण सिंह ने रविवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण श्याम रजक को पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है। पार्टी से निकाले जाने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने श्याम रजक को मंत्रिमंडल से भी बर्खास्त कर दिया है।
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श्याम रजक हो सकते हैं RJD में शामिल
सूत्रों के मुताबिक, श्याम रजक की पारंपरिक सीट फुलवारीशरीफ से पार्टी ने उनका टिकट काटने की तैयारी कर ली थी। इस सीट से अरुण मांझी को टिकट मिलने की चर्चा है। इन सब बातों से श्याम रजक उपेक्षित महसूस कर रहे थे। जिसके चलते वो पार्टी छोड़ना चाहते थे। माना जा रहा है कि, रजक राजद में शामिल हो सकते हैं। रजक पहले राजद में ही थे। उस समय उनकी गिनती लालू प्रसाद के सबसे करीबी नेताओं में होती थी। रामकृपाल यादव भी तब राजद में थे और लालू प्रसाद के काफी करीब थे। लेकिन श्याम रजक अचानक जदयू में चले गए।
रजक एनडीए सरकार में दूसरी बार मंत्री बने हैं
सूत्रों के मुताबिक श्याम रजक सोमवार को आरजेडी में शामिल हो सकते हैं। श्याम रजक के नीतीश कुमार का साथ छोड़ने की बात ऐसे समय की जा रही है, जब एनडीए की साझेदार एलजेपी की बिहार में जेडीयू से रिश्तों में खटास बढ़ती दिख रही है। रजक एनडीए सरकार में दूसरी बार मंत्री बने हैं। पहली बार राजद से 1995 में विधायक बने थे। अब तक वह छह बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं।