
Indian Railways:अब चीन सीमा तक रेल लाइन बिछाने की तैयारी,भूटान भी पहुंचेगी ट्रेन, पूरी डिटेल
चीन की सीमा तक रेलवे लाइन बिछाने की तैयारी शुरू है। अरुणाचल प्रदेश तक रेलवे नेटवर्क का जाल बिछेगा। पूर्वोत्तर के राज्यों की राजधानियों को जोड़ने के प्रोजेक्ट पर पहले से ही काम चल रहा है। लेकिन, अब चीन बॉर्डर तक आवागन को व्यवस्थित और तेज करने की तैयारी है और पड़ोसी देश भूटान में भी रेलवे नेटवर्क पहुंचाया जाना है। करीब 1.15 लाख करोड़ रुपए के कुल प्रोजेक्ट के बारे में जानकारी दी है, पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के सीपीआरओ ने, जिन्होंने बताया है अगले एक साल के भीतर कई राज्यों की राजधानियां आपस में रेलवे नेटवर्क से जुड़ी होंगी।

अरुणाचल प्रदेश में चीन की सीमा तक बिछेगी रेल लाइन
भारतीय रेलवे पूर्वोत्तर में अपने नेटवर्क को मजबूत करने के लिए बहुत बड़ी योजना पर काम कर रहा है। इसके तहत अरुणाचल प्रदेश तक रेल लाइन बिछाए जाने की योजना है, पूर्वोत्तर के सभी राज्यों के राजधानियों को जोड़ने के प्रोजेक्टर पर काम चल रहा है तो पड़ोसी देश भूटान तक भी रेल ट्रैक बिछाने की कोशिश है। भारतीय रेलवे चीन बॉर्डर के नजदीक भालुकपोंग से तवांग तक और सिलापाथर से अलोंग तक बामे के रास्ते रेल लाइन का निर्माण करेगी। एक बार तैयार हो जाने पर यह रेलवे लाइन सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण होगी, जिसके माध्यम से कम से कम समय में देश के सीमावर्ती इलाकों तक पहुंचा जा सकता है।
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अरुणाचल में फाइनल लोकेशन सर्वे का काम तेज-रेलवे
रेल मंत्रालय का कहना है कि अरुणाचल प्रदेश में नए रेलवे प्रोजेक्ट के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे का काम बहुत ही तेजी से चल रहा है। पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के सीपीआरओ सब्यसाची डे ने न्यूज एजेंसी एएनआई को बताया है कि पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे ने अरुणाचल प्रदेश समेत पूर्वोत्तर क्षेत्र में कुछ और नए रेलवे प्रोजेक्ट निर्माण की योजना तैयार की है। उन्होंने कहा, 'हमने भालुकपोंग से तवांग तक और वाया बामे सिलापाथर से अलोंग तक नई रेलवे लाइन बिछाने और मुरकोंगसेलेक से पासीघाट तक रेलवे लाइन बढ़ाने की योजना बनाई है। '

दीमा हसाओ में बह गई थी रेल ट्रैक
सीपीआरओ डे ने कहा कि इसके अलावा असम में लंका से चंद्रनाथपुर तक एक दूसरी रेलवे लाइन निर्माण की योजना बनाई जा रही है। जो कि असम के दीमा हसाओ जिले के पहाड़ी खंड में बाइपास होगा। गौरतलब है कि दीमा हसाओ रेलवे लाइन का कुछ हिस्सा इस साल मई में आई भयानक बाढ़ और भूस्खलन की वजह से तबाह हो गया था, जिसे युद्धस्तर पर ठीक कर दिया गया और वह अब पूरी तरह संचालित है।

असम-भूटान के बीच रेल लाइन बिछेगी
यही नहीं भारतीय रेलवे अब पड़ोसी देश भूटान को भी जोड़ने की योजना पर काम कर रहा है। सब्यसाची डे के मुताबिक, 'हमने रेलवे के जरिए भूटान को भी जोड़ने की योजना तैयार की है और नई रेलवे लाइन (असम के) कोकराझार से भूटान में गेलेफू तक बनेगी। यह नई रेलवे लाइन करीब 58 किलोमीटर लंबी होगी।' पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के सीपीआरओ ने कहा कि कई प्रोजेक्ट पर पहले से ही काम चल रहा है और नई रेलवे लाइन बिछाने, दोहरीकरण, स्टेशन का विकास और विद्युतीकरण के इस टोटल प्रोजेक्ट पर करीब 1.15 लाख करोड़ रुपए की लागत का अनुमान है।

रेल लाइन से राजधानियों को जोड़ने का काम जारी
राज्यों की राजधानियों को रेल मार्ग से जोड़ने के बारे में उन्होंने कहा है कि 'कैपिटल कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट पर बहुत तेजी से काम जारी है और मिजोरम और मणिपुर की राजधानियों को जोड़ने जा रहे हैं। अगले एक साल में हम संभवत: नागालैंड और सिक्किम की राजधानियों को जोड़ देंगे। गुवाहाटी के लिए दो मुख्य लाइनें न्यू बोंगाईगांव-रंगिया-कामाख्या और न्यू बोंगाईगांव-गोलपारा-कामाख्या का दोहरीकरण हो रहा है। हम विद्युतीकरण भी कर चुके हैं, हम अब गुवाहाटी से आगे जा रहे हैं....'(कुछ तस्वीरें ट्विटर वीडियो से)