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Indian Railways:ट्रेनों में अब यात्री रात में नहीं कर सकेंगे ये काम, सख्त कार्रवाई के निर्देश

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मुंबई: शताब्दी ट्रेनों में आग लगने की घटनाओं के बाद भारतीय रेलवे एक से बढ़कर एक सख्त कदम उठा रहा है। 31 तारीख से स्मोकिंग करने वालों और ज्वलशील पदार्थ लेकर चलने वाले यात्रियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई तो शुरू होने ही वाली है। अब रेलवे ट्रेनों में मोबाइल फोन और लैपटॉप चार्जिंग को लेकर हो रही लापरवाहियों को लेकर भी बहुत सख्त है। दरअसल,रेलवे ने पाया है कि रात में चार्जिंग के दौरान थोड़ी सी लापरवाही की वजह से यात्रियों की जान खतरे में पड़ सकती है और संपत्ति के भी नुकसान की आशंका है। इसलिए अब रात के समय में ट्रेनों में चार्जिंग प्वाइंट बंद रखे जाएंगे, ताकि मोबाइल या लैपटॉप की ओवरहिटींग या ओवरचार्जिंग की वजह से होने वाले संभावित हादसों को टाला जा सके। यही नहीं, रेलवे इसे गंभीरता से अमल में नहीं लाने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की भी तैयारी कर रहा है।

रात 11 से सुबह 5 बजे तक चार्जिंग प्वाइंट बंद रखने का फैसला

रात 11 से सुबह 5 बजे तक चार्जिंग प्वाइंट बंद रखने का फैसला

ट्रेनों में सफर करने वाले यात्रियों के लिए एक बुरी खबर है। वे अब रात के समय में ट्रेनों में अपने मोबाइल फोन और लैपटॉप चार्ज नहीं कर पाएंगे। रेलवे ने आग से होने वाली घटनाओं को रोकने के लिए इस सुविधा को सीमित करने का फैसला किया है। जानकारी के मुताबिक रेलवे ने दिल्ली-देहरादून शताब्दी एक्स्प्रेस में 13 मार्च को हुई आग लगने की घटना के बाद यह कदम उठाया है। उस ट्रेन में उत्तराखंड के कंसारो के पास एक कोच में आग लग गई थी, जो 7 कोच तक फैल गई थी। मुंबई मिरर की एक रिपोर्ट के मुताबिक वेस्टर्न रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर सुमित ठाकुर ने बताया है कि 'यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए रेलवे ने ट्रेनों में चार्जिंग प्वाइंट को रात 11 बजे से सुबह के 5 बजे तक बंद रखने का फैसला किया है।'

ट्रेनों में आग लगने की घटनाओं के मद्देनजर फैसला

ट्रेनों में आग लगने की घटनाओं के मद्देनजर फैसला

दरअसल, लंबी दूरी की ट्रेनों में रातों में लैपटॉप और मोबाइल फोन की ओवरचार्जिंग और हीटिंग की वजह से आग लगने की कई घटनाएं देखने को मिली हैं। हाल की दुर्घटना को देखने के बाद रेलवे ने इस तरह के कदम उठाने की दिशा में पहल किया है। पश्चिम रेलवे के चीफ पीआरओ के मुताबिक इस तरह के दिशा-निर्देशों को रेलवे के दूसरे जोन में भी लागू किया जाएगा। वहीं सेंट्रल रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर शिवाजी सुतार ने कहा है कि, 'हम लोग निर्देशों का पालन कर रहे हैं। और हम सभी स्टेकहोल्डर्स, जिसमें रेलवे में यात्रा करने वाले और ट्रेनों और स्टेशनों पर काम करने वाले रेलवे और गैर-रेलवे कर्मचारियों को शिक्षित करने के लिए बड़ी जागरूकता मुहिम चला रहे हैं।' वहीं साउदर्न रेलवे के सीपीआरओ बी गुगणेसन ने कहा है, 'साउदर्न रेलवे के डिविजनों को रात में चार्जिंग प्वाइंट बंद करने की प्रक्रिया संबंधी निर्देश जारी कर दिए गए हैं।'

ट्रेनों में रात में अधिकारी करेंगे सरप्राइज चेकिंग

ट्रेनों में रात में अधिकारी करेंगे सरप्राइज चेकिंग

रेलवे के इस फैसले के पीछे आग लगने से होने वाले हादसे तो हैं ही, साथ ही साथ रेलवे को ऐसी कई शिकायतें भी मिल रही हैं कि रात में मोबाइल-लैपटॉप चार्ज करने की वजह से सह-यात्रियों को कई बार परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इंडियन रेलवे के एक टिकट चेकिंग स्टाफ ने बताया कि 'हर ट्रिप में हमें यात्रियों से इस संबंध में कम से कम दो या तीन मौखिक शिकायतें मिलती हैं।' इस सबको देखते हुए रेलवे के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा है, 'रेलवे ने एसी मैकेनिक समेत सभी कर्मचारियों को रात में चार्जिंग प्वाइंट बंद रखने को कहा है। इसके अलावा अधिकारियों ने यह भी फैसला किया है कि वो खुद भी सरप्राइज चेकिंग करेंगे और अगर कोई खामी पाई गई तो उस स्टाफ के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।'

यात्री संगठन कर रहे हैं विरोध

यात्री संगठन कर रहे हैं विरोध

इस बीच रेलवे के एक अधिकारी ने ट्रेनों में स्मोकिंग करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात दोहराई है। उन्होंने कहा है, 'चार्जिंग प्वाइंट बंद करने के अलावा रेलवे ट्रेनों में स्मोकिंग करने वालों के खिलाफ सख्ती करने के लिए तैयार है और भारी जुर्माना समेत पब्लिक प्रोपर्टी को नुकसान पहुंचाने के लिए गिरफ्तारी तक की योजना बना रहा है।' हालांकि, ट्रेनों में चार्जिंग प्वाइंट को लेकर पाबंदियों को यात्रियों के संगठन खुश नहीं हैं। वेस्टर्न रेलवे जोनल यूजर्स कंसलटेटिव कमिटी के सदस्य शैलेष गोयल ने कहा है कि चार्जिंग प्वाइंट बंद करना सही नही है। रेल यात्रियों के लिए सुविधाएं बढ़ाने के बजाय, वो इसे घटा रहे हैं, जिसके बारे में अधिकारियों को दोबारा विचार करना चाहिए। एक और पैसेंजर राइट ऐक्टिवस्ट सुभाष गुप्ता ने इसका विरोध करते हुए कहा है, 'मुझे समझ में नहीं आ रहा है कि रेलवे ने रातों में चार्जिंग प्वाइंट को बंद करने का फैसला क्यों किया है। मोाबइल और लैपटॉप अब जिंदगी का अहम हिस्सा बन गए हैं।'

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English summary
To prevent incidents of fire in trains, mobile-laptop charging will be switched off at night, strict action will be taken against the negligent railway employees
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