Indian Navy का P-8I aircraft, जानिए कैसे उड़ाएगा दुश्मनों के छक्के
Indian Navy का P-8I aircraft जानें कैसे उड़ाएगा दुश्मनों के छक्के
मुंबई, 19 मई: भारतीय नौसेना (Indian Navy) को P-8I एयरक्राफ्ट (P-8I aircraft) के रूप में बड़ी सौगात मिल चुकी है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को मुंबई में टोही विमान P-8I aircraft में उड़ान भर कर जायजा लिया। इसके बाद से एंटी सबमरीन वॉरफेयर एयरक्राफ्ट की खूब चर्चा हो रही है। आइए जानते हैं ये कैसे काम करेगा और इसमें ऐसा क्या खास है जो भारत की सुरक्षिा की दृष्टि से बहुत कारगर माना जा रहा है।
P-8I एयरक्राफ्ट का जानें कैसे करता है काम
भारतीय नौसेना को अमेरिका स्थित एयरोस्पेस कंपनी बोइंग से 12वां पनडुब्बी रोधी युद्धक विमान P-8I प्राप्त हुआ था। यह 2016 में रक्षा मंत्रालय द्वारा हस्ताक्षरित विकल्प अनुबंध के तहत दिए गए चार अतिरिक्त विमानों में शामिल था।P-8I भारतीय नौसेना के बेड़े का एक अभिन्न अंग है बेजोड़ समुद्री टोही और पनडुब्बी रोधी युद्ध क्षमताओं के अलावा, P-8I को आपदा राहत और मानवीय मिशनों के दौरान सहायता के लिए तैनात किया गया है। ये समुद्र ही नहीं जमीन और हवाई निगरानी करता है।
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पनडुब्बियों को मिसाइल से चंद सेकेंड में तबाह कर देता है
सीधी भाषा में कहें ये हवा में रहकर ये पानी की पनडुब्बियों पर बाज जैसी नजर रखता है और मौका पड़ने पर चीते जैसे उन पर हमला करने में भी सक्षम है। P-8I समुद्री निगरानी करते हुए दुश्मनों के जहाजों और उनकी पनडुब्बियों को मिसाइल से चंद सेकेंड में तबाह कर देता है। ये मल्टी-रोल लॉन्ग रेंज मैरीटाइम रीकॉन्सेंस एंड एंटी-सबमरीन वॉरफेयर (LRMR ASW) एयरक्राफ्ट हवा से जहाज पर दागी जाने वाली मिसाइलें और टॉरपीडोस को लगाया जाता है।
जानें क्यों P-8I बेहद महत्वपूर्ण है
हिंद महासागर पर रणनीतिक तौर पर निगरानी रखने के लिए P-8I बेहद महत्वपूर्ण है। भारतीय नौसेना P-8 के लिए पहली अंतरराष्ट्रीय ग्राहक थी और P-8 का संचालन अमेरिकी नौसेना, रॉयल ऑस्ट्रेलियाई वायु सेना, यूनाइटेड किंगडम की रॉयल एयर फोर्स और रॉयल नॉर्वेजियन वायु सेना द्वारा भी किया जाता है।
विमान में कुल मिलाकर 9 लोग बैठ सकते हैं
बोइंग भारतीय नौसेना के P-8I बेड़े के निर्माण, निरंतरता और समर्थन के लिए आत्मानिर्भर दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने के अपने प्रयासों में प्रतिबद्ध है। बोइंग डिफेंस इंडिया (बीडीआई), भारत में बोइंग की स्थानीय इकाई, भारतीय नौसेना के फ्लाइट क्रू, स्पेयर पार्ट्स, ग्राउंड सपोर्ट उपकरण और फील्ड-सर्विस प्रतिनिधि समर्थन को प्रशिक्षण प्रदान करके भारत के बढ़ते पी -8 आई बेड़े का समर्थन करती है। इस विमान में कुल 9 लोग बैठ सकते हैं। दो उड़ान क्रू मेंबर होते हैं और बाकि इस पर सवार लोग मिशन पर काम करते हैं। ये 9000 किलोग्राम ये वजन उठा सकता है।
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