India-China tension: सेना ने किया स्पष्ट, गलवान घाटी में चीन के साथ हुए संघर्ष में भारत का कोई सैनिक गायब नहीं
नई दिल्ली। सेना ने स्पष्ट कर दिया है कि 15 जून सोमवार को पूर्वी लद्दाख की गलवान घाटी में हुए हिंसक टकराव में कोई भी भारतीय सैनिक गायब नहीं है। न्यूज एजेंसी एनएनआई ने सूत्रों के हवाले से इस बात की जानकारी आई है। ऐसी खबरें थीं कि गलवान घाटी में हुए टकराव के बाद मेजर और कैप्टन रैंक के ऑफिसर समेत कुछ जवान गायब हैं। गलवान घाटी में हुए इस टकराव में भारत के 20 सैनिक शहीद हो गए हैं। वहीं चीन को भी इसमें बड़ा नुकसान उठाना पड़ा है। इस मसले पर और ज्यादा खबर का इंतजार है।
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15,000 फीट की ऊंचाई पर हुई हिंसा
सोमवार को चीन के साथ हुए संघर्ष में कमांडिंग ऑफिसर (सीओ) संतोष बाबू समेत 20 जवान शहीद हो गए थे। चीन की तरफ से इस बात की कोई जानकारी नहीं दी गई है कि उसके कितने सैनिक मारे गए हैं। लेकिन कहा जा रहा है कि चीन के भी 43 जवान हिंसक टकराव में ढेर हुए हैं। सेना सूत्रों की ओर से बताया गया है कि कुछ घायल सैनिकों का लद्दाख में एक अस्पताल में इलाज जारी है और वह ठीक हैं। सेना ने इससे ज्यादा जानकारी देने से साफ इनकार कर दिया। 15,000 फीट की ऊंचाई पर चीन के सैनिकों के साथ हुए संघर्ष में कुछ सैनिक गलवान नदी में जा गिरे थे। हिमालय की ऊंचाई से बहने वाली गलवान नदी का पानी उस समय खून जमा देने जितना ठंडा था। चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों पर लोहे की रॉड्स, पत्थर जिन पर कांटे वाले तार लिपटे थे और कील लगी लाठी से हमला बोला था। कुछ सैनिक इसी दौरान नदी में जा गिरे थे।
पीपी 14 पर हुआ था संघर्ष
मंगलवार को जब इस घटना की जानकारी आई तो भारत की तरफ से कहा गया था कि सीओ कर्नल संतोष बाबू और दो जवान शहीद हो गए हैं। लेकिन शाम होते-होते सेना ने आधिकारिक तौर पर इस बात की पुष्टि कर दी कि 17 सैनिक जो गंभीर तौर पर जख्मी थे वो भी शहीद हो गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को अपने संबोधन में कहा है कि इन शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। अगर भारत को उकसाया गया तो फिर बेहतर जवाब दिया था। सोमवार को यह घटना पेट्रोलिंग प्वाइंट (पीपी) 14 पर हुई है। इस बीच इकोनॉमिक टाइम्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने गलवान घाटी में सैंकड़ों सैनिकों को दाखिल कराया है। इसके साथ ही निर्माण से जुड़े भारी उपकरण भी गलवान घाटी में भेज दिए गए हैं। लेटेस्ट सैटेलाइट तस्वीरों और ग्राउंड से जो रिपोर्ट आ रही है, उससे भी इसी बात की पुष्टि होती है।