भारत-रूस के बीच बड़े स्तर पर शुरू हो रहा है सैन्य अभ्यास, पहली बार होगा ये बड़ा बदलाव
नई दिल्ली। भारत और रूस के सेनाएं बड़े स्तर पर मिलिट्री एक्सरसाइज शुरू करने जा रही है, जिसमें दोनो देशों की थल, जल और वायु सेना भाग लेगी। ऐसा पहली बार है जब भारत-रूस की तीनों सेनाएं एक साथ सैन्य अभ्यास करेगी। भारतीय डिफेंस मिलिट्री ने बयान जारी कर कहा कि दोनों देशों के बीच 18 से 29 अक्टूबर तक सैन्य अभ्यास किया जाएगा।
अब तक भारत और रूस के बीच 2003 से सिर्फ हर साल नौसेनिक ही अभ्यास करते थे, लेकिन इस बार थल और जल सेना को भी शामिल किया गया है। दोनों देशों के बीच सैन्य अभ्यास उस समय होने जा रहा है, जब भारत और चीन के बीच डोकलाम गतिरोध अभी थमा नहीं है। भारत-रूस के इस सैन्य अभ्यास का मकसद चीन की बढ़ती ताकत को जवाब देना और आतंकवाद से मुकाबला करने की ट्रेनिंग और उन्हें कड़ा संदेश देना है।
हाल ही में भारत सरकार ने अपने उत्तरी-पश्चिमी सीमा पर सेना का विस्तार भी किया है। पड़ोसी देशों से विवाद के कारण सरकार ने सीमा पर खासतौर से अपनी नौसेना में विस्तार किया है।
भारतीय थलसेना से 350 सैनिक, वायुसेना के 80 एयर फोर्स, दो आईएल 76 विमान और नौसेना से एक-एक फ्रिगेट और कोरवेटशामिल होंगे। वहीं, रूस की ओर से इस सैन्य अभ्यास में करीब 1000 सैनिक भाग लेंगे। दोनों देशों के बीच इंद्रा नाम के इस अभ्यास का आयोजन रूस के व्लादिवोस्तोक में होगा, जो चीन और नॉर्थ कोरिया की सीमाओं से ज्यादा दूर नहीं है।
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