'इंटरनेट ठप होने से 2020 में देश को 2 बिलियन डॉलर का नुकसान'
नई दिल्ली, 02 दिसंबर। कांग्रेस नेता शशि थरूर की अगुवाई इंफॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी पर बनी संसदीय कमेटी ने लगातार बंद हो रहे इंटरनेट सेवाओ को लेकर चिंता जाहिर की है और कहा है कि इससे देश को वर्ष 2020 में 2.8 बिलिनयन डॉलर का नुकसान हुआ है। अपनी रिपोर्ट में पैनल ने कहा है कि इंटरनेट बंद होने को लेकर पैरामीटर को सुनिश्चित किया जाए और इसे बेहतर करने का एक अच्छा रास्ता निकाला जाए। रिपोर्ट में कहा गया है कि बार-बार इंटरनेट सेवाएं बंद होने से लोगों की जिंदकी और स्वतंत्रता पर असर पड़ता है।
बता दें कि जनवरी 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने इंटरनेट एक्सेस को आर्टिकल 19 के तहत मौलिक अधिकार करार दिया था। थरूर की अगुवाई में संसदीय कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि इस समस्या को लेकर गृह मंत्रालय या फिर टेलीकॉम विभाग की ओर से विस्तृत शोध होनी चाहिए कि आखिर क्यों इंटरनेट को बंद किया जाता है और इसका देश की अर्थव्यवस्था पर, आपात सेवाओं और लोगों की सुरक्षा पर क्या असर पड़ता है। मौजूदा कानूनों के अनुसार सि्फ पब्लिक इमरजेंसी और लोगों की सुरक्षा के मद्देनजर ही इंटरनेट सेवाओं को बंद किया जा सकता है।
अपनी रिपोर्ट में पैनल ने कहा कि इंटरनेट को बार-बार शटडाउन नहीं किया जा सकता है क्योंकि इससे आम नागरिकों के दैनिक जीवन से जुड़े अपरिहार्य कार्यों पर असर पड़ता है, परीक्षा, नामांक, पर्यटन और ऑनलाइन उद्योगों को इससे काफी नुकसान होता है। इंटरनेट शटडाउन को लागू करने के लिए एक समान नीति होनी चाहिए। साथ ही इंटरनेट को शटडाउन करने के लिए एक स्पष्ट परिभाषा होनी चाहिए। राज्य की सरकारें अपनी जरूरत के अनुसार इंटरनेट सेवाओं को बंद करती हैं।