सूत्रों का दावा-पैंगोंग लेक के उत्तरी किनारे पर भारत का कब्जा, सेना ने किया खंडन
नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच बुधवार को भी सैन्य वार्ता हुई। हालांकि इस बातचीत का भी कोई नतीजा नहीं निकला और दोनों पक्षों में कोई सहमति नहीं बन पाई। वहीं दूसरी भारतीय सेना ने पैंगोंग लेक के उत्तरी किनारे पर फिंगर 4 हिल एरिया पर कब्जा कर लिया है और अपनी स्थिति मजबूत कर ली है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सेना नें झील के दक्षिणी किनारे को भी कब्जे में ले लिया है।
हालांकि सेना ने इन खबरों का खंडन किया है। भारतीय सेना ने कहा है कि फिंगर 4 की ऊंचाइयों पर कब्जा करने की भारतीय सैनिकों से जुड़ी रिपोर्ट सही नहीं है। हालांकि साथ ही सेना ने यह भी कहा कि 30 अगस्त 2020 को एहतियाती तौर पर LAC के भारतीय पक्ष की साइड पैंगोंग लेक के उत्तरी हिस्से में सैनिकों की तैनाती में कुछ फेरबदल जरूर किया गया था। सूत्रों ने कहा कि भारतीय सैनिक अब चीन के साथ आमने-सामने हैं जिनकी एक ही रिज लाइन पर मौजूदगी है।
बता दें कि हाल ही के घटनाक्रम के चलते चीनी सैनिकों को पीछे धकेलने के लिए भारतीय सैनिकों ने एलएसी पर रेजांग ला से लगभग 2.5 से 3 किलोमीटर की दूरी पर रेचिन ला पर पकड़ मजबूत कर ली। पूर्वी लद्दाख में पैंगॉन्ग त्सो (झील) में यथास्थिति को बदलने के प्रयास में चीन द्वारा भड़काऊ सैन्य हरकतों के बाद, दोनों देश पिछले तीन दिनों से बातचीत में लगे हुए हैं।
फिंगर-4 में जहां चीन के सैनिक आकर डट गए थे वह भी ऐसा ही इलाका है जहां दोनों देशों के सैनिकों की तैनाती नहीं होती थी। दोनों तरफ के सैनिक वहां पट्रो्लिंग के लिए आते थे और वापस चले जाते थे। लेकिन चीन ने समझौता तोड़ा और अपने सैनिकों को वहां बैठा दिया। भारतीय सेना को अंदेशा है कि चीन ऐसा दूसरी जगहों पर भी करने की कोशिश कर सकता है इसलिए एलएसी पर सभी जगह लगातार निगरानी रखी जा रही है।
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