Kochi Water Metro: 10 द्वीपों को जोड़ेगी देश की पहली वाटर मेट्रो, मामूली है किराया; 11 पॉइंट में जानें खासियत
Kochi Water Metro: 25 अप्रैल यानी मंगलवार को भारत को अपनी पहली वाटर मेट्रो मिलेगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केरल के कोच्चि जिले में हरी झंडी दिखाकर आम जनता के लिए इसे चालू करेंगे।
Kochi Water Metro: भारत को 25 अप्रैल यानी मंगलवार को अपनी पहली वाटर मेट्रो मिलने वाली है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) केरल के कोच्चि जिले में पहली वाटर मेट्रो की सौगात देंगे। वॉटर मेट्रो को हरी झंडी दिखाकर आम जनता के लिए इसे चालू कर दिया जाएगा। वाटर मेट्रो जल परिवहन के क्षेत्र में एक बड़ी क्रांति के रुप में उभर कर आएगी।
केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि वॉटर मेट्रो की मदद से राज्य के पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। यह एक सुरक्षित और समय बचाने वाला साधन साबित होगा। वॉटर मेट्रो कोच्चि और उसके आसपास के 10 द्वीपों को जोड़ेगी। वाटर मेट्रो के साथ ही पीएम मोदी तिरुअनंतपुरम और कासरगोड के बीच केरल की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस की भी शुरुआत करेंगे। इसके साथ ही देश के पहले डिजिटल साइंस पार्क की भी आधारशिला रखेंगे। मतलब की केरल को पीएम मोदी से बड़ी सौगात मिलने वाली हैं।
आइए 11 पॉइंट में जानते हैं वॉटर मेट्रो की खासियत
- कोच्चि शिपयार्ड लिमिटेड द्वारा तैयार वॉटर मेट्रो सेवा 8 इलेक्ट्रिक हाइब्रिड नौकाओं के साथ शुरू की जा रही है।
- यह मेट्रो पोर्ट शहर और उसके आसपास के 10 द्वीपों को जोड़ेगी।
- कोच्चि वॉटर मेट्रो (KWM )प्रोजेक्ट में 78 इलेक्ट्रिक बोट और 38 टर्मिनल को शामिल किया गया है।
- ट्रैफिक में बिना फंसे सिर्फ 20 मिनट से भी कम समय में यात्री हाई कोर्ट टर्मिनल से वायपिन टर्मिनल तक पहुंच जाएंगे।
- कोच्चि वॉटर मेट्रो 1136.83 करोड़ रुपए की लागत से शुरू की जा रही है।
- कोच्चि वन कार्ड का उपयोग कर कोच्चि वाटर मेट्रो की सेवा का लाभ उठा सकते हैं।
- कोच्चि वन ऐप का इस्तेमाल कर यात्री अपने लिए टिकट बुक कर सकते हैं।
- पर्यावरण के अनुकूल है और दिव्यांगों के लिए सुरक्षित यात्रा साबित होगी।
- बोट्स एयरकंडीशंड सुविधा से लैस होने के साथ ही वाइड विंडो भी होंगी।
- बोट ट्रैवल का कम से कम किराया 20 रुपए रखा गया है। साथ ही साप्ताहिक और महीने के पास की सुविधा भी दी गई है।
- हर 15 मिनट में आवाजाही के लिए मेट्रो मिलेगी। 12 घंटे तक यह सुविधा जारी रहेगी। हर मेट्रो में 50 से 100 यात्री बैठ सकते हैं।