सेना प्रमुख ने दी चेतावनी एनकाउंटर के समय फेंके पत्थर तो माना जाएगा आतंकियों का मददगार
इंडियन आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने एनकाउंटर के समय पत्थरबाजी करने वाले लोगों को दी चेतावनी। कहा अगर नहीं संभले तो फिर आतंकवादियों के मददगार माने जाएंगे।
श्रीनगर। इंडियन आर्मी चीफ जनरल बिपिन रावत ने कश्मीर के उन तमाम लोगों को चेतावनी दी है जिन्होंने एनकाउंटर के दौरान पत्थरबाजी करके सेना के काम में बाधा डाली थी। सेना प्रमुख जनरल रावत बुधवार को एनकाउंटर के दौरान शहीद हुए जवानों को लेकर अफसोस जाहिर किया है। जनरल रावत ने कहा है कि जो भी सेना के ऑपरेशन में बाधा डालेंगे उन पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
ऑपरेशन में डाली बाधा तो होगी कार्रवाई
जनरल रावत ने बुधवार को शहीदों को श्रद्धांजलि दी और कश्मीर के उपद्रवियों को चेतावनी भी दी। उन्होंने कहा, 'जो भी ऑपरेशन के दौरान बाधा डालेंगे और मददगार साबित नहीं होंगे उन्हें जमीन पर आतंकवादियों के लिए काम करने वाला समझा जाएगा।' सेना की ओर से चारों शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई जिसमें मेजर रैंक के एक ऑफिसर भी शामिल हैं। इन शहीदों ने बांदीपोर और कुपवाड़ा जिले में हुए अलग-अलग एनकाउंटर में अपनी जान गंवा दी थी। चिनार कॉर्प्स के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल जेएस संधू ने शहीद मेजर सतीश दहिया, राइफलमैन रवि कुमार, पैराट्रूपर धर्मेंद्र कुमार और गनर आशुतोष कुमार को श्रीनगर के बादामी बाग कैंट में श्रद्धांजलि दी गई।
पता लगा आतंकियों का नेटवर्क
रक्षा प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने बताया कि शहीद मेजर दाहिया के घर में उनकी पत्नी और दो वर्ष की एक बेटी है। 31 वर्ष के मेजर दाहिया ने मंगलवार को हंदवाड़ा में आतंकियों के खिलाफ इंडियन आर्मी के ऑपरेशन को लीड किया था। इस ऑपरेशन में तीन आतंकी तो मारे ही गए साथ ही साथ नॉर्थ कश्मीर में आतंकियों के एक बड़े नेटवर्क का भांडा भी फूटा। बांदीपोर एनकाउंटर के बाद सोशल मीडिया पर एक वीडियो शेयर हो रह है। इस वीडियो के मुताबिक जब शहीदों के शवों को लेने के लिए सेना की गाड़ियां पहुंची तो उन गाड़ियों पर पथराव होने लगा। रविवार की सुबह कुलगाम जिले के फ्रिसाल इलाके के नागबल में एक ऑपरेशन चल रहा था। पढ़ें-शहीदों को ले जा रही गाड़ियों पर पथराव करते हैं कश्मीर में लोग