आजादी@70: गोरक्षा के नाम पर हिंसा करने वालों को मोदी का छुपा संदेश
स्वतंत्रता दिवस की 70वीं वर्षगांठ पर पीएम मोदी ने आस्था के नाम पर हो रही हिंसा के बारे में बड़ा बयान दिया।
नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस की 70वीं वर्षगांठ पर पीएम मोदी ने आस्था के नाम पर हो रही हिंसा के बारे में बड़ा बयान दिया। चौथी बार लाल किले की प्राचीर से तिरंगा फहराते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोरक्षा के नाम पर हिंसा करने वालों को छुपा हुआ संदेश दिया। पीएम मोदी ने कहा कि- "ये गांधी और बुद्ध की भूमि है, सबको साथ लेकर चलना हमारी परंपरा है। आस्था के नाम पर हिंसा को बढ़ावा नहीं दिया जा सकता।"
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पीएम ने कहा- "कभी-कभी आस्था के नाम पर धैर्य के अभाव में कुछ लोग ऐसी चीजें करते हैं जो समाज के ताने-बाने को बिगाड़ती हैं। ये धरती गांधी और बुद्ध की भूमि है, आस्था के नाम पर हिंसा को बल नहीं दे सकते हैं। अस्पताल को जला दिया जाए, गाड़ियों को जला दिया जाए इस प्रकार नहीं कर सकते हैं। आस्था के नाम पर हिंसा का रास्ता स्वीकार नहीं किया जा सकता है, पहले भारत छोड़ो का नारा था, अब भारत जोड़े का नारा है।"
आपको बता दें कि कथित गौरक्षा के नाम पर देश में पिछले कुछ समय से कई हिंसात्मक घटनाएं सामने आ रही हैं। इससे पहले भी पीएम मोदी ने कहा था कि गाय की रक्षा के नाम पर हिंसा बर्दाश्त नहीं की जा सकती। प्रधानमंत्री ने साथ ही राज्य सरकारों को कानून अपने हाथ में लेने वालों के खिलाफ 'बेहद सख्त' कार्रवाई करने को कहा थी।