'जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान', लालकिले से PM मोदी का नया आह्वान, जानिए भाषण की बड़ी बातें
आजादी का 75वां वर्ष: पीएम मोदी ने 9वीं बार लाल किले से देश को किया संबोधित, जानिए क्या-क्या कहा?
नई दिल्ली, 15 अगस्त: आज पूरा देश आजादी का जश्न मना रहा है। भारत की आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में पिछले 75 हफ्तों में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुबह 7.30 बजे तिरंगा फहराया और लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित किया। ये नौंवी बार है, जब पीएम मोदी ने लाल किले की प्राचीर से तिरंगा लहराया और राष्ट्र को संबोधित किया है। पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत में देशवासियों को आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर शुभकामनाएं दीं। पीएम मोदी ने कहा, ''आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर देशवासियों को बहुत-बहुत बधाई। मैं विश्व भर में फैले हुए भारत प्रेमियों को, भारतीयों को आजादी के इस अमृत महोत्सव की बहुत-बहुत बधाई देता हूं।''
पीएम मोदी के संबोधन की बड़ी बातें...
-पीएम मोदी ने कहा, ''न सिर्फ हिंदुस्तान का हर कोना, लेकिन दुनिया के हर कोने में आज किसी न किसी रूप में भारतीयों के द्वारा या भारत के प्रति अपार प्रेम रखने वाला विश्व के हर कोने में ये हमारा तिरंगा आन-बान-शान के साथ लहरा रहा है। हिंदुस्तान का कोई कोना, कोई काल ऐसा नहीं था, जब देशवासियों ने सैंकड़ों सालों तक गुलामी के खिलाफ जंग न की हो, जीवन न खपाया हो, यातनाएं न झेली हो, आहुति न दी हो। आज हम सब देशवासियों के लिए ऐसे हर महापुरुष को, हर त्यागी और बलिदानी को नमन करने का अवसर है।''
-पीएम मोदी ने कहा, ''आज का ये दिवस ऐतिहासिक है। एक पूण्य पड़ाव, एक नई राह , एक नए संकल्प और नए सामर्थ्य के साथ कदम बढ़ाने का ये शुभ अवसर है। देश कृतज्ञ है मंगल पांडे, तात्या टोपे, भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु, चंद्रशेखर आजाद, असफाक उल्ला खां, राम प्रसाद बिस्मिल ऐसे अनगिनत ऐसे हमारे क्रांति वीरों ने अंग्रेजों की हुकूमत की नींव हिला दी थी।''
-प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ''भारत लोकतंत्र की जननी है। मदर ऑफ डेमोक्रेसी है। जिनके जहन में लोकतंत्र होता है वे जब संकल्प करके चल पड़ते हैं वो सामर्थ्य दुनिया की बड़ी बड़ी सल्तनतों के लिए भी संकट का काल लेकर आती है ये मदर ऑफ डेमोक्रेसी। हमारे भारत ने सिद्ध कर दिया कि हमारे पास ये अनमोल सामर्थ्य है। 75 साल की यात्रा में आशाएं, अपेक्षाएं, उतार-चढ़ाव सब के बीच हर एक के प्रयास से हम यहां तक पहुंच पाए। आज़ादी के बाद जन्मा मैं पहला व्यक्ति था जिसे लाल किले से देशवासियों का गौरव गान करने का अवसर मिला।''
-पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा, ''आजादी की जंग लड़ने वाले और आजादी के बाद देश बनाने वाले भी अनेक महापुरुषों को आज नमन करने का अवसर है। अमृत महोत्सव के दौरान देशवासियों ने देश के हर कोने में लक्ष्यावधि कार्यक्रम किए। शायद इतिहास में इतना विशाल, व्यापक, लंबा एक ही मकसद का उत्सव मनाया गया हो। वो शायद एक पहली घटना हुई है।''
-पीएम मोदी ने कहा, ''आज जब हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं, तो पिछले 75 साल में देश के लिए जीने-मरने वाले, देश की सुरक्षा करने वाले, देश के संकल्पों को पूरा करने वाले चाहे सेना के जवान हों,पुलिसकर्मी हों, जन प्रतिनिधि हों, स्थानीय स्वराज की संस्थाओं के प्रशासक रहे हों।''
-पीएम मोदी ने कहा, ''75 साल में आज इन सबको और देश के कोटि-कोटि नागरिकों को, जिन्होंने 75 साल में अनेक कठिनाइयों के बीच भी देश को आगे बढ़ाने के लिए अपने से जो हो सका, वो करने का प्रयास किया है, को स्मरण करने का दिन है।''
-पीएम मोदी ने कहा, ''भारत ने यह सिद्ध कर दिया है कि हमारे पास अनमोल सामर्थ्य है। मैं आजादी के बाद जन्मा मैं पहला व्यक्ति था जिसे लाल किले से देशवासियों का गौरव गान करने का अवसर मिला। मैं आजादी के बाद जन्मा पहला व्यक्ति जिसने तिरंगा फहराया।''
पीएम मोदी ने कहा, ''कोरोना के कालखंड में दुनिया वैक्सीन लेने या न लेने की उलझन में जी रही थी। उस समय हमारे देश लोगों ने 200 करोड़ डोज लेकर दुनिया को चौंका देने वाला काम करके दिखाया।''
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-पीएम मोदी ने कहा, अमृतकाल का पहला प्रभात Aspirational Society (आकांक्षी समाज) की आकांक्षा को पूरा करने का सुनहरा अवसर है। हमारे देश के भीतर कितना बड़ा सामर्थ्य है, एक तिरंगे झंडे ने दिखा दिया है।''
- पीएम मोदी ने कहा, जय जवान, जय किसान का लाल बहादुर शास्त्री जी का मंत्र आज भी देश के लिए प्रेरणा है। अटल जी ने जय विज्ञान कह कर उसमें एक कड़ी जोड़ दी थी। लेकिन अब अमृत काल के लिए एक और अनिवार्यता है, वो है जय अनुसंधान। जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान।''