इस साल और चढ़ेगा पारा, उत्तर भारत में भीषण गर्मी के साथ सूखे की भी आशंका
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नई दिल्ली। पूर्वोत्तर भारत में इस बार लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ेगा। मौसम विभाग ने पहले ही साफ कर दिया है कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार का तामपान सामान्य से एक डिग्री अधिक रहेगा, जिससे लोगों को भीषण गर्मी का सामना करना पड़ सकता है। मौसम विभाग के अनुसार अप्रैल मई और जून माह में सबसे अधिक गर्मी पड़ेगी। अगले तीन महीनों में पूर्वोत्तर भारत का तापमान काफी अधिक रहेगा।
पूर्वोत्तर भारत रहेगा अधिक गर्म
अप्रैल माह की शुरुआत में ही गर्मी की आहट को महसूस किया जा सकता है। तेज धूप की वजह से लोगों को दोपहर में बाहर निकलने में चिलचिलाती धूप का सामना करना पड़ रहा है। मौसम विभाग के अनुमान के अनुसार पूर्वोत्तर भारत के कुछ राज्यों में गर्मी अन्य राज्यों की तुलना में ज्यादा पड़ेगी। उत्तर प्रदेश, दिल्ली, बिहार, राजस्थान में पारा एक डिग्री अधिक रहने का अनुमान है। हालांकि दक्षिण भारत के राज्यों में इसका असर ज्यादा देखने को नहीं मिलेगा और यहां पारा सामान्य रहेगा।
सूखे की भी कआशंका
भीषण गर्मी के साथ ही उत्तर भारत में मौसम विभाग ने सूखे की भी आशंका जताई है। मौसम विभाग का कहना है कि सामान्य मौसम के मुकाबले पूर्वोत्तर भारत में सूखे के ज्यादा आसार हैं। वहीं पूर्वी भारत में तापमान सामान्य से थोड़ा कम रहने की उम्मीद है। मौसम विभाग के प्रमुख डी शिवानंद पई ने बताया कि उत्र भारत में आसमान बिल्कुल साफ रहेगा, साथ ही एंटी साइक्लोनिक हवाओं से तापमान के बढ़ने का अनुमान है। लिहाजा सामान्य से ज्यादा तापमान ग्लोबल वॉर्मिंग का संकेत है।
प्री मानसून बारिश
शिवानंद पई ने बताया कि उत्तर और पूर्वी भारत में अधिकतम तापमान सामान्य के करीब रह सकता है। जिससे प्री मानसून बारिश के संकेत मिलते हैं। वहीं उत्तर में तापमान सामान्य से अधिक रहेगा। लेकिन पिछले वर्ष की तुलमा में यह कम रहने की उम्मीद है। इस दौरान लोगों को गर्म हवाओं का भी सामना करना पड़ेगा। दिन के साथ ही रात का भी तापमान ज्यादा रहने का अनुमान है। इस बार गर्मी का सबसे अधिक असर उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली, राजस्थान में देखने को मिलेगा।
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