मोदी सरकार की नई शिक्षा नीति पर जावड़ेकर बोले- इतिहास से छेड़छाड़ तो छोड़िए, एक पन्ना नहीं बदला
नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन एवं विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा कि मोदी सरकार के चार साल के कार्यकाल के दौरान इतिहास का एक पन्ना भी नहीं बदला गया है। गुरुवार को प्रकाश जावड़ेकर ने उन आरोपों को भी खारिज कर दिया जिसमें कहा जा रहा था कि मोदी सरकार हिंदुत्व विचारधारा को केंद्रीत करके पाठ्य पुस्तकों में दोबारा से इतिहास लिखने की कोशिश कर रही है। जवाड़ेकर ने कहा कि हमारी नई शिक्षा नीति का हिस्सा सभी धर्म के लोग होंगे।
नई शिक्षा नीति का जीरो मसौद तैयार
जावड़ेकर ने कहा कि नई शिक्षा नीति अगले 2020 से 2040 तक देश में शिक्षा के क्षेत्र का दिशा निर्देशन करेगी। नई शिक्षा नीति का फोकस देश के लिए देश के लिए अच्छा नागरिक और प्रत्येक नागरिक को एक अच्छा इंसान बनाने पर रहेगा। इस शिक्षा नीति के तहत गांव से लेकर शहर तक रहने वालों को क्वालिटी एजुकेशन देना सुनिश्चित किया जाएगा। जावड़ेकर ने यह बात नई दिल्ली में आयोजिता मेल टुडे के एजुकेशन शिखर सम्मेलन में कही है।
हिंदुत्व बुरा नहीं, सभी धर्म सिखाते हैं सहिष्णुता
सभी धर्म, हिंदुत्व बुरा नहीं है, सभी धर्म भाईचारे सिखाते हैं। सभी धर्म सहिष्णुता सिखाते हैं। भारत को सभ्यता पर गर्व है, हमने सभी धर्मों का स्वागत किया। जावड़ेकर ने कहा, यह एकमात्र ऐसी भूमि है जो किसी भी धर्म के लोगों को बदलने की कोशिश नहीं करती है। जावड़ेकर ने कहा कि मानव मूल्यों को सिखाया जाना चाहिए। हम किताब में वास्तविक इतिहास, वास्तविक भूगोल के आधार पर मानव मूल्यों के बारे में बताएंगे जिससे की आदमी एक अच्छा इंसान बन सके।
कोर्स में बदलाव
केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने शिक्षा के मुद्दे पर बात करते हुए कहा कि देश की कई यूनिवर्सिटीज में 10-10 साल से कोर्स में कोई बदलाव नहीं हुआ है। लेकिन हम इस पर काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 27 हजार लोगों ने सिलेबस में बदलाव के लिए सुझाव दिए हैं। सुझाव देने वाले लोगों में सबसे ज्यादा अध्यापक हैं। फिलहाल हम सिलेबस में कटौती कर रहे हैं और उसे बेहतर भी बनाने के प्रयास में लगे हुए हैं।