OneIndia Exclusive: कोरोना से कैसे करें बच्चों का बचाव, कैसे करें देखभाल, जानें विशेषज्ञ से
कोरोना से कैसे करें बच्चों का बचाव, कैसे करें देखभाल, जानें विशेषज्ञ से
लखनऊ, 3 मई: कोरोना की दूसरी लहर से अभी हम जूझ ही रहे है कि तीसरी लहर को लेकर अंदेशा जताया जा रहा है। कोविड की तीसरी लहर को लेकर इसलिए लोग और भी अधिक भयभीत हैं क्योंकि बताया जा रहा है कि ये बच्चों को सर्वाधिक प्रभावित करेगी। वर्तमान समय में भी हजारों कीतादात में बच्चे कोविड प्रभावित हो चुके हैं। ऐसे में हर अभिभावक को सतर्क हो जाने के साथ अपने बच्चे का खास ख्याल रखना होगा। कोविड-19 प्रबंधन के प्रभारी और राष्ट्रीय वैक्सीनेशन अभियान के नेशनल हेल्थ मिशन के ब्रांड एंबेसडर और केजीएमयू में रेस्पिरेट्री मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डॉ.सूर्यकांत से जानिए बच्चों को कैसे कोरोना से बचाए और उनको अगर कोरोना हो जाता है तो उनकी देखभाल कैसे करें और कोविड संक्रमण हो जाएं तो उसके लक्षण और इलाज कैसे किया जाना चाहिए?
महाराष्ट्र
में
बड़ी
संख्या
में
बच्चे
कोरोना
पॉजिटिव
पाए
गए
है
ऐसे
में
क्या
लगता
है
कि
बच्चों
में
कोविड
तेजी
से
फैल
रहा
है?
इसके
जवाब
में
विशेषज्ञ
डॉक्टर
सूर्यकांत
ने
बताया
कि
18
से
कम
आयु
के
लोगों
की
चूंकि
वैक्सीन
नहीं
आई
है
इसलिए
बच्चें
हाई
रिस्क
में
हैं।
जहां
तक
दूसरी
लहर
में
बच्चों
में
संक्रमण
फैलने
की
बात
है
इस
अंतराल
में
लगभग
कुल
कोरोना
पेसेन्ट
तीन
फीसदी
बच्चे
कोरोना
की
चपेट
में
आए
उसमें
कई
नवजात
बच्चे
भी
स्वस्थ
होकर
घर
गए।
हां
ये
हम
कह
सकते
हैं
कि
पहली
लहर
की
तुलना
में
दूसरी
लहर
में
बच्चें
अधिक
प्रभावित
हुए
इसके
पीछे
वजह
थी
कि
अधिकांश
घरों
में
पहले
बड़ों
को
फिर
बच्चों
को
कोरोना
हुआ।
इसलिए
कोरोना
से
बच्चों
को
बचाना
के
लिए
जरूरी
ऐहतियात
बरतनी
जरूरी
है।
बच्चों को कोरोना से बचाव के लिए उनके भोजन में क्या बदलाव होने चाहिए?
सवाल के जवाब में डॉक्टर सूर्यकांत ने कहा बच्चे की अगर इम्यूनिटी स्ट्राग हैं तो उसका ये वायरस कुठ भी बिगाड़ नहीं सकता। इसलिए बच्चे को खान-पान और व्यायाम से इतना मजबूत कर दें कि उसको कोरोनो छू भी न सके। इसलिए बच्चों के खाने में तीन सफेद चीजे निकाल कर उसकी जगह तीन सफेद चीज शामिल कर देना चाहिए। जिन तीन सफेद चीजों का त्याग करना है उसमें मैदा, साधारण नमक और चीनी इनकी जगह बच्चे को मल्टीग्रेन आटा, सेंधा नमक और गुड खाने में देना चाहिए। हर दिन एक मौसमी फल अवश्य दें और पानी की मात्रा बढ़ा दें और फास्ट फूड कुछ दिनों के लिए बंद कर दें बच्चों की पसंद का उन्हें पौष्टिक आहार दें। बच्चों को रनिंग, रस्सी कूदना समेत फिजिकल एक्सरसाइज जरूर करवाए। इस सब से बच्चों की इम्युनिटी स्ट्राग होगी और कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाएगा।
बच्चों
को
अगर
कोविड
हो
जाता
है
तो
क्या
उन्हें
अकेले
कमरे
में
आइसोलेट
करना
चाहिए?
इस
सवाल
के
जवाब
में
डॉक्टर
सूर्यकांत
ने
कहा
बच्चे
को
कोविड
होने
वाले
जो
अब
तक
बच्चे
मिले
है
वो
ए
सिम्पटोमेटिक
थे
ये
वहीं
बच्चे
थे
जिनके
पारिवारिक
सदस्य
कोरोना
पॉजिटिव
हुए।
ऐसे
में
बच्चों
में
संक्रमण
होने
की
संभावना
बढ़
जाती
है।
अगर
बच्चा
अकेला
है
जिसे
कोरोना
हुआ
है
ऐसे
बच्चे
को
अकेले
कमरे
में
बिलकुल
अकेला
न
छोड़े।
बच्चे
की
मां
या
पिता
कोई
भी
उसके
साथ
डबल
मास्क
और
पूरी
एहतियात
के
साथ
रहे।
दो
मास्क,
फेस
शील्ड,
ग्लब्स
आदि
का
इस्तेमाल
करना
चाहिए।
कोविड संक्रमित बच्चों की कैसे करें देखभाल
इस सवाल का जवाबइ देते हुए डॉक्टर ने बताया कोविड संक्रमित बच्चों की देखभाल एक डॉक्टर की सलाह के बाद बताई गई गाइडलाइन के अनुसार ही की जानी चाहिए। उसका बुखार जांचते रहे उसे डॉक्टर की सलार पर दवा दें। बच्चे को बड़ों की तरह अकेले आइसोलेशन में छोड़ना बिलकुल भी सही नहीं है। वहीं अगर बच्चा अगर किसी गंभीर बीमारी से ग्रसित है तो उसका ख्याल असामन्य बच्चे से अधिक रखना होगा। बच्चों पर लोगों की बताई दवा या नुश्खे डॉक्टर के बिना बिलकुल न अजमाए। बच्चों के सामने बिलकुल सामान्य वातावरण बनाए रखने का प्रयास करें बच्चे को बस ये ही समझाए कि ये समान्य वायरल है जो जल्द ही ठीक हो जाएगा। बच्चे की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद बच्चे को कुछ दिन तक खान में प्रोटीन समेत डॉक्टर की बताई चीजें शामिल करें।