33 साल की कनिका टेकरीवाल कैसे शामिल हुईं भारत की अमीर महिलाओं की सूची में
कोटक प्राइवेट बैंकिंग-हुरून ने भारत की सबसे अमीर महिलाओं की सूची जारी की है.
देश की टॉप आईटी कंपनी एचसीएल टेक्नोलॉजी की चेयरपर्सन रोशनी नाडर मल्होत्रा भारत की सबसे दौलतमंद महिला बनी हुई हैं. वहीं, इनवेस्टमेंट बैंकिंग के करियर को छोड़कर ब्यूटी ब्रांड नाइका शुरू करने वाली फ़ाल्गुनी नायर खुद के दम पर सबसे अमीर बनी महिलाओं में शीर्ष स्थान पर हैं.
कोटक प्राइवेट बैंकिंग-हुरून ने बुधवार को भारत की सबसे अमीर महिलाओं की सूची जारी की है. ये रिपोर्ट 31 दिसंबर 2021 तक महिलाओं की नेट वर्द के आधार पर तैयार की गई है.
रोशनी नाडर की कुल संपत्ति 54 फ़ीसदी बढ़कर 84 हज़ार 330 करोड़ हो गई है. वहीं, 59 वर्षीय फ़ाल्गुनी नायर की कुल संपत्ति अब 57 हज़ार 520 करोड़ की हो गई है. रिपोर्ट के अनुसार, नायर की संपत्ति में 963 फ़ीसदी इज़ाफ़ा हुआ है.
भारत में जन्मीं और पली-बढ़ी उन 100 महिला कारोबारियों को सूची में जगह दी गई है, जो सक्रिय तौर पर पारिवार के बिज़ेनस को चला रही हैं या फिर जिन्होंने ख़ुद का कारोबार खड़ा किया है.
सभी 100 महिलाओं की कुल संपत्ति एक साल में 53 फ़ीसदी बढ़ी है. वर्ष 2020 में ये 2.72 लाख करोड़ थी जो 2021 में बढ़कर 4.16 लाख करोड़ हो गई है. दिलचस्प ये है कि देश के औसत सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में इन महिलाओं की हिस्सेदार 2 फ़ीसदी हो गई है.
सूची में किन-किन का नाम
सबसे अमीर महिलाओं की सूची में रोशनी नाडर और फ़ाल्गुनी नायर के बाद तीसरे नंबर पर बायोकॉन की फ़ाउंडर और सीईओ किरण मजूमदार शॉ हैं.
इसके बाद डिवी लैबोरेटरीज़ की डायरेक्टर नीलिमा मोटापरती, ज़ोहो की संस्थापक राधा वेंबू, फार्मस्यूटिकल्स कंपनी यूएसवी प्राइवेट लिमिटेड की चेयरपर्सन लीना गांधी तिवारी, थर्मैक्स की निदेशक अनु आगा और मेहर पदमजी, डेटा स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म न्यू कॉन्फ्ल्यूएंट की सह-संस्थापक नेहा नरखेड़े, डॉक्टर लाल पैथलैब्स की निदेशक वंदना लाल और हीरो फ़िनकॉर्प की मैनेजिंग डायरेक्टर रेणु मुंजाल टॉप दस अमीर महिलाओं में हैं.
हालांकि सूची में एक नाम कनिका टेकरीवाल का है जो टॉप 10 में न होकर भी चर्चा में हैं.
दरअसल, कनिका सबसे कम उम्र में शीर्ष दौलतमंद महिलाओं में शामिल हुई हैं.
कौन हैं कनिका टेकरीवाल
'जेट सेट गो' नाम की कंपनी को शुरू करने वाली कनिका टेकरीवाल ने एविएशन क्षेत्र में अपना परचम लहराया, जहां आमतौर पर पुरुषों का वर्चस्व माना जाता है.
महज़ 33 साल की कनिका ने एक एविएशन क्षेत्र में ऐसा उद्यम शुरू किया, जिसके बारे में लोगों को ज़्यादा जानकारी नहीं है. कनिका की कंपनी लोगों को प्राइवेट जेट और हेलीकॉप्टर मुहैया कराती है. इसके ज़रिए कोई भी आसानी से प्राइवेट एयरक्राफ़्ट, हेलीकॉप्टर और एयर एंबुलेंस की आसानी से ऑनलाइन बुकिंग कर सकता है.
'अपने ऊपर भरोसा' रखने को जीवन का मूलमंत्र बताने वाली कनिका टेकरीवाल की संपत्ति में 50 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हुई है. अब उनकी कुल संपत्ति 420 करोड़ रुपये की है.
जीवन में चुनौतियों का ज़िक्र करते हुए दूरदर्शन को दिए एक इंटरव्यू में कनिका ने बताया था कि कैसे महज़ 17 साल की उम्र में उन्होंने एक एविएशन कंपनी में काम किया जहाँ से उन्हें अपना कारोबार शुरू करने की प्रेरणा मिली.
लेकिन कनिका जब 20 साल की हुईं तो उन्हें पहले कैंसर से जंग लड़नी पड़ी लेकिन इस बीमारी ने उन्हें पहले से अधिक मज़बूत बना दिया.
कनिका कहती हैं कि कोई भी चीज़ जीवन में आसानी से मिले तो इसका मतलब है कि वो पूरी नहीं मिली.
लोगों ने उनके कारोबार के आइडिया पर मज़ाक भी बनाया. दूरदर्शन को दिए इंटरव्यू में कनिका ने बताया, "मैंने 24 साल की उम्र में अकेले कंपनी शुरू की थी. ग्राहकों से मैं नाम बदल-बदलकर बात किया करती थी. धीरे-धीरे मेरी कंपनी बड़ी हुई."
बेपरवाह स्टूडेंट से कैसे दौलतमंद महिला बनीं फ़ाल्गुनी नायर
'सेल्फ़ मेड' दौलतमंद महिला कारोबारियों में सबसे पहले पायदान पर फ़ाल्गुनी नायर हैं. लेकिन फ़ाल्गुनी का बचपन में ऐसा कोई इरादा नहीं था.
इसी साल महिला दिवस पर आयोजित एक चैट शो के दौरान ख़ुद नायर ने इस बारे में बताया था कि कैसे बिना मेहनत अच्छा स्कूल मिलने से वो पढ़ाई को लेकर बेपरवाह हुईं और उनके जीवन का कोई लक्ष्य नहीं था.
बीते साल फ़ाल्गुनी नायर के ब्यूटी स्टार्ट-अप नाइका के शेयरों की बाज़ार में ब्लॉकबस्टर शुरुआत हुई थी.
फ़ाल्गुनी ने 2012 में नाइका की शुरुआत की थी. उस समय कंपनी ने ब्यूटी प्रोडक्ट्स के साथ मार्केट में कदम रखा था लेकिन अब नाइका पर फ़ैशन से जुड़े अलग-अलग उत्पाद मौजूद हैं.
अपने परिवार के माहौल का ज़िक्र करते हुए फ़ाल्गुनी बताती हैं, "मेरी मां हमेशा हमें आगे बढ़ने के लिए कहा करती थीं. अगर हम 99 अंक भी ले आते तो घर में खुशी मनाने की बजाय ये पूछा जाता कि एक नंबर कहां और कैसे कटा. इसलिए मुझ में हमेशा एक भावना रहती थी कि कुछ अच्छा करना है. गीता का हमारे परिवार पर बहुत प्रभाव है इसलिए मैंने हमेशा फल की चिंता किए बिना ही काम किया."
हुरून की सूची में शामिल होने का पैमाना पहले 100 करोड़ रुपये था लेकिन इस साल उन्हें जगह दी गई जिनके पास कम से कम 300 करोड़ रुपये की कुल संपत्ति है. शीर्ष 10 महिला कारोबारियों में ये कट-ऑफ़ 6,620 करोड़ रुपये है जो कि बीते साल की तुलना में 10 फ़ीसदी बढ़ा है.
लिस्ट में सबसे ज़्यादा 25 नाम दिल्ली-एनसीआर से हैं. इसके बाद मुंबई से 21 और हैदराबाद से भी 12 नाम हैं.
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