लद्दाख से लेकर अरुणाचल तक चीन की चुनौती से निबटने की तैयारी
नई दिल्ली। हाल ही में इंडियन एयरफोर्स (आईएएफ) ने अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट में अपनी एक और एडवांस्टड लैंडिग फील्ड यानी एएलजी को ऑपरेशनल कर दिया। चीन से सिर्फ 100 किमी की दूरी पर स्थित इस एयरफील्ड पर आईएएफ के फाइटर जेट सुखोई ने लैंडिंग भी की।
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भारत पिछले तीन वर्षों से देश के पूर्वी हिस्से पर अपनी क्षमताओं को बढ़ा रहा है, जिसके बाद वह चीन की ओर से बढ़ते खतरे का जवाब दे सके।
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आइए आज आपको उन पांच तरीकों के बारे में बताते हैं जिनके जरिए भारत, चीन को जवाब देने की तैयारी कर रहा है।
वर्ष 2013 लद्दाख
भारत ने अगस्त 2013 में लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी में ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट सी-130 जे हरक्यूलिस एयरक्राफ्ट की लैंडिंग कराई थी। इस लैंडिग से पहले अप्रैल में चीन की सेना इस सेक्टर तक आ चुकी थी। ऐसे में जब सबसे भारी ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट्स में से एक सी-130जे ने लैंडिंग की तो इसे भारत के लिए एक अहम रणनीतिक कदम करार दिया गया।
माउंटेन स्ट्राइक कोर
जुलाई 2013 में जब यूपीए सरकार अपने दूसरे कार्यकाल के अंतिम दौर में थे, उसने माउंटेन स्ट्राइक कोर के लिए मंजूरी दी। इस कॉर्प्स की लागत करीब 64,678 करोड़ रुपए है और आर्मी चीफ जनरल दलबीर सिंह सुहाग ने कहा था कि दिए हुए समय के अंदर इसे पूरी तरह से तैयार कर लिया जाएगा। इसकी समयसीमा वर्ष 2021 है।
अरुणाचल में सुखोई
चीन से सिर्फ 100 किमी की दूरी पर अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट में आईएएफ ने अपने एडवांस्ड लैंडिंग ग्राउंड (एएलजी) को ऑपरेशनल किया और फाइटर जेट सुखोई की लैंडिंग कराई। अब अरुणाचल में पासीघाट अलॉन्ग, जिरो, वालांग और मेचुका में भी एएलजी ऑपरेशनल हैं।
अरुणाचल में ब्रह्मोस
पासीघाट में एएलजी के ऑपरेशनल होने से पहले भारत सरकार ने पिछले हफ्ते ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल के स्पेशल वर्जन को अरुणाचल में डेप्लॉय करने वाले प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। पीएम मोदी की अध्यक्षता में हुई इस मीटिंग में 4,300 करोड़ रुपए की लागत के साथ एक नई रेजीमेंट को तैयार कर उसे अरुणाचल में डेप्लॉय किया जाएगा।
लद्दाख में तैनात होंगे 100 टैंक्स
जुलाई में खबर आई थी कि भारत लद्दाख में रशियन टैंक्स ट-72 की तीसरी रेजीमेंट को डेप्लॉय करेगी। सन् 1962 में हुए चीन के युद्ध के बाद यह पहला मौका है जब भारत ऐसा कोई कदम उठाने को तैयार है। करीब 100 टी-72 टैंक्स के लद्दाख में डेप्लॉय किया जाएगा।