बहुत सारे बेटों पर भारी है मेरी बेटी हरमनप्रीत कौर-गर्व से बोले पापा
मोगा। हरमनप्रीत कौर...देश का वो नाम है, जिसने ये दिखा दिया कि बेटियां देश और परिवार पर बोझ नहीं होती बल्कि अगर उन्हें सही रूप सृजित किया जाए तो आपके आंगन का ये फूल देश का गौरव बन सकता है, निसंदेह हरमनप्रीत की सफलता के पीछे वो दिन रात की कड़ी मेहनत है जो उन्होंने बचपन से लेकर आज तक की है, लेकिन एक इंसान हैं, जिसने उन्हें हर पल हर घड़ी हिम्मत दी, जिसकी वजह से वो हर चुनौती का सामना चट्टान की तरह कर पाईं और उस इंसान का नाम है हरमंदर भुल्लर सिंह।
कोहली जैसी काफी आक्रामक हैं हरमनप्रीत कौर, बहन ने खोले राज
जी हां, हरमनप्रीत के पिता हरमंदर भुल्लर सिंह, जिनकी मेहनत और तपस्या उतनी ही है जितनी की हरमप्रीत की है। कहते हैं ना कि एक बेटी की सफलता के पीछे उसके पिता का बहुत बड़ा हाथ होता है तो यहां भी ये ही हाल है।
Recommended Video
मेरी बेटी कई बेटों पर भारी है
अपनी बेटी के बारे में मीडिया से बात करते हुए हरमंदर भुल्लर ने कहा कि मेरी बेटी कई बेटों पर भारी है, बस मेरी यही चाहत है कि उनकी बेटी विश्वकप जीते और देश का नाम रोशन करे, उन्होंने कहा कि उनकी बेटी ने उनके सपने को पूरा किया और मोगा जैसे छोटे से शहर को दुनिया के नक्शे पर ले आई।
Want her to further excel, win the World Cup and make the nation proud: Father of Harmanpreet Kaur in Moga,Punjab #WomensWorldCup2017 pic.twitter.com/787OayKPxv
— ANI (@ANI_news) July 21, 2017
अब हरमन की तरह उनके घरवाले भी यही सोच रहे हैं कि भारत अंग्रेजों को फाइनल में बुरी तरह हराये और विश्वकप का खिताब अपने नाम करे। ऊपर वाले से प्रार्थना कर रहे मोगा के हर परिवार का सदस्य अब केवल भारत की जीत की कामना कर रहा है।
20 चौके और 7 छक्के लगाए
गौरतलब है कि वुमंस वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में भारत ने 6 बार के चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को 36 रन से हरा दिया। पंजाब के मोगा की हरमनप्रीत कौर ने 171 रन की पारी खेली। इसमें हरमन ने 20 चौके और 7 छक्के लगाए। हरमन अब तक 73 वन-डे और 68 टी -20 मैच खेल चुकी हैं। उनका रोल मॉडल क्रिकेटर अजिंक्य रहाणे है।