गुजरात चुनाव में सट्टेबाज दे रहे हैं बीजेपी को जानिए कितनी सीटें?
अहमदाबाद। गुजरात चुनाव में इस बार ना सिर्फ भारतीय जनता पार्टी बल्कि कांग्रेस भी अपना पूरा दमखम झोंकने मे जुटी है, लेकिन चुनाव से पहले सट्टाबाजार एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में जाता दिख रहा है। सट्टाबाजार की मानें तो गुजरात के चुनाव में एक बार फिर से भारतीय जनता पार्टी सरकार बनाने जा रही है, हालांकि पार्टी की सीटों में कमी हो सकती है। सट्टाबाजार के अनुसार गुजरात में भारतीय जनता पार्टी को अधिकतम 107 से 110 सीटें हासिल हो सकती है। वहीं कांग्रेस को लेकर कुछ खास उत्साहित नहीं है, पिछले चुनाव की तुलना में इस बार उसे 2-3 सीटें ही अधिक मिलती दिख रही है, कांग्रेस को 70-72 सीटें मिलने का अनुमान है। आपको बता दें कि 2012 में भाजपा के खाते में कुल 115 सीटें आई थीं, जबकि कांग्रेस के खाते में 68 सीटें आई थीं। गुजरात विधानसभा में कुल 182 सीटें हैं।
आखिर क्यों बच रहे हैं सट्टेबाज पैसा लगाने से
गुजरात में फलोड़ी और बीकानेर के सट्टेबाजों का मानना है कि जिस तरह से प्रधानमंत्री आने वाले समय में रैली करेंगे, उसके बाद यह आंकड़े बदल सकते हैं। बुकीज का कहना है कि उत्तर प्रदेश के चुनाव में सट्टेबाजों का काफी पैसा डूब गया था, उन्हें उम्मीद थी कि उत्तर प्रदेश में भाजपा के खाते में 192 से 200 सीटें ही आएंगी, लेकिन पार्टी 200 से अधिक 235 सीटें जीतने में सफल हुई थी।
अगले महीने बढ़ेगा सट्टेबाजी का बाजार
यूपी के नतीजों के बाद तमाम सट्टेबाज इस बार काफी कम पैसा गुजरात के चुनाव में दांव पर लगा रहे हैं। लोग अब 50000 रुपए से अधिक सट्टे में नहीं लगा रहे हैं, जबकि उत्तर प्रदेश के चुनावों में लोगों ने 1 करोड़ रुपए तक का भी दांव लगाया था। चुनावों में जो सट्टेबाज लगातार पैसा लगाते हैं, वह इस बार गुजरात के चुनाव में हर रोज नजर बनाए हुए हैं, इस बार वह किसी भी तरह का जोखिम नहीं लेना चाहते हैं, वह इस बार बिल्कुल सुरक्षित होकर पैसा दांव पर लगाना चाहते हैं।
क्या है सट्टाबाजार का भाव
एक बुकी का कहना है कि इस बार बाजार काफी धीमा है, लेकिन हमे उम्मीद है कि आने वाले समय में स्थिति में सुधार होगा, लोग अधिक पैसा दिसंबर के पहले हफ्ते में लगाना शुरू कर सकते हैं। मतदान होने के बाद लोग 18 दिसंबर तक बड़ा पैसा दांव पर लगा सकते हैं। मौजूदा भाव की अगर बात करें तो अगर भाजपा जीतती है तो 50 पैसे मिलेंगे, वहीं कांग्रेस की जीत पर 2 रुपए मिलेंगे। एक तरफ जहां सट्टेबाज गुजरात के चुनावों पर पैसा लगा रहे हैं तो दूसरी तरफ हिमाचल प्रदेश के चुनाव को लेकर वह कुछ खास उत्साहित नहीं है और कोई भी हिमाचल के चुनाव पर पैसा लगाने को तैयार नहीं है। बुकी का कहना है कि गुजरात चुनाव का सीधा संबंध प्रधानमंत्री मोदी से है और यह उनका गृहराज्य है, इसीलिए सट्टाबाजार यहां पैसा लगा रहा है, जबकि हिमाचल प्रदेश में कोई भी पैसा लगाने को लेकर तैयार नहीं है।
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