Gujarat election 2017: जशोदाबेन को चुनाव लड़ाना चाहती थी कांग्रेस, रिश्तेदार ने किया ऑफर के बारे में खुलासा
अहमदाबाद। गुजरात विधानसभा चुनाव में अब चंद दिन ही बचे हैं। ऐसे में फिर कांग्रेस हो या भारतीय जनता पार्टी दोनों ही दल जीत हासिल करने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहते। लेकिन इसी बीच एक बात सामने आई है जो हैरान करने वाली है। सियासी फायदे के लिए कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी की पत्नी जशोदाबेन को अपने खेमे में शामिल करने की कोशिश की थी। दरअसल इस बात का खुलासा जशोदाबेन की एक रिश्तेदार ने किया है। उन्होंने बताया कि कांग्रेस पार्टी जशोदाबेन को गुजरात विधानसभा चुनाव में उतारना चाहते थे लेकिन उन्होंने इनकार कर दिया। विस्तार से जानिए।
जशोदाबेन को है भरोसा, 130 सीटों से ज्यादा जीतेगी भाजपा
बुधवार को अलवर में एक निजी कार्यक्रम में शामिल होने आईं जशोदाबेन ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी 130 सीटों से ज्यादा पर जीत दर्ज करेगी। इस कार्यक्रम में वो अपने भाई अशोक के साथ पहुंची थी। टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक इसी कार्यक्रम में जशोदाबेन की एक रिश्तेदार ने बताया कि कांग्रेस चाहती थी कि जशोदाबेन उनकी पार्टी से गुजरात चुनाव लड़ें लेकिन उन्होंने इस बात से इनकार कर दिया। इस कार्यक्रम में जशोदाबेन ने लड़कियों की शिक्षा और महिला सशक्तिकरण जैसे अहम मुद्दों पर लोगों को संबोधित किया।
जशोदाबेन को है उम्मीद- एक दिन लौट आएंगे मोदी
इसी कार्यक्रम में जशोदाबेन के भाई अशोक ने कहा कि उनकी बहन ने नरेंद्र मोदी को अपना जीवन देश की सेवा में समर्पित कर देने के लिए कहा है। यही नहीं उन्होंने यह भी कहा, 'नरेंद्र मोदी महिलाओं की इज्जत करते हैं, मेरी बहन प्रार्थना करती हैं कि वह एक दिन उनके पास वापस लौट आएंगे।'
भगवान की भक्ति में बितता है जशोदाबेन का ज्यादा वक्त
जशोदाबेन के परिवार वाले कहते हैं कि जब भी कोई मोदी के बारे में कुछ आपत्तिजनक बोलता, जशोदाबेन उसे चुप करा देती हैं। मोदी से अलग होने के बाद जशोदाबेन ने धोलका से अपनी पढाई पूरी की और सरकारी स्कूल में टीचर की नौकरी से 2009-10 में सेवानिवृत हुई। अब वे अपना सारा वक्त भगवान की भक्ति में बिताती हैं। घर वाले कहते हैं कि जशोदाबेन स्कूल के बच्चों में लोकप्रिय थीं। उनके मन में मोदी के लिए कभी कोई दुर्भावना नहीं आई क्योंकि घर के बुज़ुर्ग कहते थे कि नरेंद्र मोदी को कभी शादी नहीं करनी थी पर उनके पिताजी ने उनकी शादी करवा दी।