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12वीं बोर्ड परीक्षा को लेकर सभी राज्यों की सहमति, एग्जाम कराने को लेकर सरकार ने दिए 2 विकल्प

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नई दिल्ली, मई 23: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में रविवार (23 मई) को परीक्षाओं को आयोजित कराने को लेकर एक हाई लेवल मीटिंग की गई। मीटिंग के बाद सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक 75 फीसदी से ज्यादा राज्य सीबीएसई 12वीं बोर्ड परीक्षाओं के लिए विकल्प बी चाहते हैं, जहां परीक्षाएं उन्हीं स्कूलों में आयोजित की जाएंगी, जहां छात्र नामांकित हैं। इस बैठक में शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक और स्मृति ईरानी समेत अन्य केंद्रीय मंत्री मौजूद रहे। बैठक में राज्य के शिक्षा मंत्री और कई राज्यों के मुख्यमंत्री भी शामिल थे।

EXAM MEETING

मीटिंग में चर्चाओं के बाद सरकार ने कहा कि 1 जून से पहले घोषणा कर दी जाएगी। इस दौरान बोर्ड ने नोट किया कि सीबीएसई कक्षा 12 की परीक्षा के परिणाम भारत और विदेशों में उच्च शिक्षा संस्थानों में छात्रों के प्रवेश का फैसला करते हैं, इस परीक्षा को समाप्त नहीं किया जा सकता है, साथ ही छात्रों और शिक्षकों की सुरक्षा को जोखिम में नहीं डालना चाहिए इसलिए बोर्ड ने दो विकल्प तलाशे हैं।

जानिए क्या है विकल्प ए

विकल्प ए के तहत निर्धारित केंद्रों पर केवल 19 प्रमुख विषयों की परीक्षा आयोजित की जाएगी। प्रमुख विषयों के प्रदर्शन के आधार पर छोटे विषयों का मूल्यांकन किया जा सकता है। इस विकल्प के तहत परीक्षा पूर्व गतिविधियों और परिणामों की घोषणा सहित पूरी प्रक्रिया में तीन महीने लगेंगे। बोर्ड ने कहा कि यह विकल्प तभी संभव है जब तीन महीने की ऐसी अवधि स्पष्ट और सुरक्षित रूप से बोर्ड को उपलब्ध हो। अगस्त एक सुविधाजनक समय हो सकता है लेकिन अगर स्थिति सुरक्षित रूप से परीक्षा आयोजित करने के लिए अनुकूल नहीं है, तो यह विकल्प काम का नहीं होगा।

जानिए क्या है विकल्प बी

वहीं विकल्प बी के तहत परीक्षाएं स्कूलों में ही आयोजित की जाएंगी और तीन घंटे के बजाय 90 मिनट के पेपर होंगे और प्रश्न बहुविकल्पीय प्रकार के होंगे। छात्रों को केवल एक भाषा और तीन वैकल्पिक विषयों में उपस्थित होना होगा और इन विषयों में प्रदर्शन के आधार पर पांचवीं और छठें विषयों के परिणामों का मूल्यांकन किया जाएगा। हालांकि इस विकल्प के तहत परीक्षाएं दो बार आयोजित करनी होंगी। इस आधार पर कि राज्य में परीक्षा आयोजित करने के लिए स्थिति अनुकूल है। यदि कोई छात्र कोविड से संबंधित किसी मामले के कारण पहले चरण में उपस्थित नहीं हो पाता है तो उसे दूसरा मौका दिया जाएगा। इस विकल्प में प्रश्न पत्रों को प्रिंट नहीं करना होगा और इसलिए लॉजिस्टिक्स सीमित रहेगा।

दोनों विकल्प का ऐसा रहेगा टाइम टेबल

वहीं विकल्प ए के अनुसार परीक्षा पूर्व गतिविधियां 1 जुलाई से 31 जुलाई तक होंगी और परीक्षाएं 1 अगस्त से 20 अगस्त तक होंगी। 21 अगस्त से 5 सितंबर के बीच का समय स्लॉट मूल्यांकन के लिए रखा गया है, जबकि संभावित परिणाम तारीख 20 सितंबर होगी। वहीं यदि बोर्ड विकल्प बी को अंतिम रूप देता है तो परीक्षा पूर्व गतिविधियां 10 जुलाई से 15 जुलाई के बीच होंगी। परीक्षा का पहला चरण 15 जुलाई से 1 अगस्त के बीच होगा, जबकि दूसरा चरण 5 अगस्त से 1 अगस्त के बीच होगा। मूल्यांकन दैनिक आधार पर होगा और 30 अगस्त तक पूरा हो जाएगा और परिणाम 5 सितंबर को घोषित किया जाएगा।

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परीक्षा के पक्ष में सभी राज्य

हालांकि यह केवल एक अस्थायी कार्यक्रम है और अंतिम कार्यक्रम राज्यों के इनपुट पर निर्भर करेगा। कुछ राज्य भी विकल्प ए और बी का मिश्रण चाहते हैं, लेकिन सभी राज्य इस बात पर सहमत हुए हैं कि कक्षा 12 की परीक्षाएं आयोजित की जानी चाहिए।

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English summary
Government give two option for CBSE class 12th board exams
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