विदेश सचिव से संसदीय समिति के सदस्य बोले- पाक में एयर स्ट्राइक के पीछे की वजह दुनिया को बताओ
नई दिल्ली। पुलवामा आंतकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना की ओर से पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक के बाद शुक्रवार को संसदीय पैनल के सामने पूरा ब्यौरा पेश किया गया। जिसमे संसदीय पैनल ने संसदीय पैनल ने सरकार से पाकिस्तान के अंदर जैश-ए-मोहम्मद (जेएम) के आतंकी शिविर पर हवाई हमले करने के भारत के फैसले के पीछे के अंतर्राष्ट्रीय सामुदायिक कारणों को समझाने के लिए सरकार से कहा।
पाकिस्तान के खिलाफ कार्रवाई के बारे में दी जानकारी
पैनल का यह सुझाव तब आया है जब विदेश सचिव विजय गोखले ने 14 फरवरी को पुलवामा आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच हुए ताजा घटनाक्रम के बारे में विदेश मामलों की संसदीय स्थायी समिति को जानकारी दे रहे थे। सूत्रों की माने तो विदेश मंत्रालय के अधिकारियों से लगातार टच में रहने वाले गोखले ने पैनल के सदस्यों को पाकिस्तान में जेईएम के आतंकी शिविरों पर हवाई हमलों के बारे में सूचित किया और साथ ही पश्चिमी पड़ोसी द्वारा जवाबी कार्रवाई के बारे में भी बताया।
पैनल के सदस्यों ने दी यह राय
गोखले ने संसदीय पैनल को बताया कि पाकिस्तान वायु सेना द्वारा भारत में सैन्य प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने का प्रयास असफल रहा क्योंकि इसे भारतीय वायुसेना ने विफल कर दिया गया था, हालांकि जवाबी कार्रवाई में में भारत ने अपना एक लड़ाकू विमान खो दिया है। पैनल के एक सदस्य ने कहा कि सरकार को पूरी दुनिया को सख्ती से बताया चाहिए की भारत ने यह कदम आतंकी शिविरों को निशाना बनाने के लिए उठाया था।कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी समिति के सदस्य हैं, लेकिन शुक्रवार को बैठक में उपस्थित नहीं थे। गोखले से पाकिस्तानी हवाई हमले से हुए नुकसान के आकलन के बारे में जवाब मांगा गया लेकिन उन्होंने कहा कि इसका जवाब रक्षा मंत्रालय बेहतर तरीके से दे सकता है।
इस्लामिक सहयोग संगठन का भारत को समर्थन
विदेश सचिव ने सदस्यों को इस बात की भी जानकारी दी कि किस तरह से इस मुद्दे पर भारत को इस्लामिक सहयोग संगठन (OIC) के सदस्यों का समर्थन मिला है, जहां विदेश मंत्री सुषमा स्वराज गेस्ट ऑफ ऑनर हैं।पाकिस्तान ने भारत की भागीदारी का विरोध करने के लिए ओआईसी मीट के पूरे सत्र का बहिष्कार किया है। बता दें कि मंगलवार को तड़के पाकिस्तान के अंदर बलाकोट के पास भारतीय लड़ाकों के आतंकी समूह जैश-ए-मोहम्मद के सबसे बड़े प्रशिक्षण शिविर पर बमबारी के बाद दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया है।