गौरी लंकेश की हत्या के तार सुलझाने विदेश लैब पहुंची पुलिस, सामने आई बड़ी जानकारी
नई दिल्ली। जिस तरह से पत्रकार गौरी लंकेश की अज्ञात हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी, उसके बाद हर तरफ उनकी हत्या के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहा था। लेकिन अब इस मामले की तह तक पहुंचने के लिए इस मामले की जांच कर रही एसआईटी की टीम विदेश की फॉरेंसिक साइंस लैब पहुंच गई है। एसआईटी की टीम का मानना है कि हत्या से पहले पूरे इलाके की रेकी की गई थी। एक पुलिस अधिकारी जोकि इस जांच में शामिल हैं ने इस बात की पुष्टि की है कि जो तस्वीर सीसीटीवी फुटेज से सामने आई है उसमे एक व्यक्ति को साफ तौर पर देखा जा सकता है, हमे इस तस्वीर को बड़ी करने में और इसे साफ तरीके से देखने में सफलता हासिल हुई है।
इस तस्वीर को हासिल करने के लिए पुलिस की टीम विदेश की फॉरेंसिक लैब पहुंची। हालांकि जो तस्वीर सामने आई है उसका चेहरा साफ नहीं है क्योंकि उसने हेलमेट पहन रखा है। एसआईटी ने पहले ही तीन आरोपियों के स्केच जारी कर दिए हैं, यह स्केच घटना के चश्मदीदों की जानकारी के आधार पर तैयार किए गए हैं। आपको बता दें कि गौरी लंकेश को 5 सितंबर की शाम उनके घर पर कुछ हमलावरों ने गोलियों से भून दिया था। घटना के बाद बड़े पैमाने पर इसका विरोध प्रदर्शन हुआ था। जिसके बाद कर्नाटक सरकार ने इस मामले की जांच 21 सदस्यीय एसआईटी को सौंपी थी, जिसकी अगुवाई आईजी बीके सिंह कर रहे हैं।
मसले पर केंद्र सरकार को घेरा
आपको बता दें कि घटना के बाद बड़ी संख्या में मीडिया कर्मियों ने इसका विरोध किया था और इस मसले पर केंद्र सरकार को घेरा था। हत्या के पीछे हिंदू संगठनों का नाम भी सामने आया था, हालांकि अभी तक इसकी पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन तमाम मीडियाकर्मियों ने इसके लिए इन संगठनों को जिम्मेदार ठहराया था। हत्या के बाद इस मसले पर जमकर राजनीति भी हुई थी, एक तरफ जहां भाजपा ने इस घटना के लिए राज्य सरकार की कानून व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया था तो दूसरी तरफ भाजपा पर हिंदुवादी संगठनों को बढ़ावा देने का आरोप लगा था।